नई दिल्ली, (जुनेद अख्तर):दिल्ली से सटे नोएडा के कूड़े को ग्रेटर नोएडा के अस्तौली में निस्तारण कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए 200 टन क्षमता का विंड्रोज कंपोस्टिंग प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिया है। टेंडर प्रक्रिया में अगर कंपनी का चयन हो जाता है तो अगले महीने से प्लांट बनाने का काम शुरू हो जाएगा। अभी नोएडा के सेक्टर-145 मुबारिकपुर में कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। अब इस साइट को बंद किया जाएगा। कूड़े का पूरा निस्तारण ग्रेनो की अस्तौली साइट पर होगा। प्लांट का इंफ्रा तैयार करने के लिए टेंडर जारी हो गया है। इस प्लांट में कूड़े से निकलने वाले पानी को निकालने के लिए ड्रेन बनाया जाना है। यह इसलिए भी किया जाएगा कि कूड़ा खाद में तब्दील होने के लिए जल्दी सूखे और निकलने वाला पानी मिट्टी और नीचे भूजल को प्रदूषित न करने पाए। बात अगर अस्तौली में लगने वाले प्लांट की करें तो 800 मीट्रिक टन क्षमता के दो प्लांट लगने हैं, जिनके एमओयू भी प्राधिकरण ने साइन कर लिए हैं। पहला एमओयू एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड कंपनी के साथ साइन किया गया है। इस प्लांट की क्षमता हर दिन 600 मीट्रिक टन मिक्स कचरे का निस्तारण करने की होगी। कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक पद्धति से एन्वायरमेंट फ्रेंडली तरीके से होगा। इसमें टेरीफाइड चारकोल का उत्पादन होगा। यह ग्रीन कोल कहा जाता है। दूसरा प्लांट गीले कूड़े के निस्तारण और 200 मीट्रिक टन क्षमता का होगा। इसमें कंप्रेस्ड बायो गैस तकनीक पर कूड़े का निस्तारण होगा। फिर इससे बायो सीएनजी बनाई जाएगी।
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