Thursday, Jun 01, 2023
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विशाखापट्टनम के लिए ऐसे बन गई सुबह जहरीली, सड़कों और नालों में ढूंढे गये लोग...

  • Updated on 5/7/2020

नई दिल्ली/प्रियंका। देश अभी कोरोना वायरस के कहर से जूझ ही रहा है कि एक और भयानक हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया है। सुबह मिली खबर के अनुसार आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम के एक केमिकल गैस प्लांट से गैस लीक होने से हजारों लोगों की जान पर बन आई है।

बताया जा रहा है कि अब तक 5 हजार से ज्यादा लोग गैस लीक के कारण बीमार हो गये हैं और 5 गांवों को खाली कराया गया है। इलाके में बचाव और राहत कार्य लगातार जारी है।

विशाखापट्टनम में केमिकल प्लांट से गैस लीक, 8 की मौत 5 हजार से ज्यादा प्रभावित

सुबह बन गई जहरीली
विशाखापट्टनम के नायडू थोटा इलाके के लोगों को क्या पता था कि वो जिस सुकून भरी नींद की चाह में रात में सोने वाले है वो सुबह तक उनकी मौत का कारण भी बन सकती है! वो रात के तीन बजे का समय था जब लोग गहरी नींद में सोये हुए थे। अचानक ही लोगों का दम घुटने लगा, उनकी सांसे उखड़ने लगीं, लोग खांसने लगे। उन्हें लगा जैसे उनकी जान निकल जाएगी।

लोगों को लगा कि शायद कोरोना हवा में फैल गया, लोगों में भयानक दहशत फैल गई और लोग भागने लगे। पहले घरों में छुपे लेकिन दम घुटता रहा, फिर बाहर दौड़ें, लेकिन सांस घुटती रही और लोग बेहोश हो कर गिरते गये। रात के अंधेरे में जिसको जहां राहत दिखी वो वहां दौड़ा। तीन किलोमीटर के इलाके तक फैला यह भयावह मंजर सोच कर ही रूह कांप जाती है।

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ऐसा लगा गैस लीक का पता
सुबह नहीं हुई थी और रात भी बची नहीं थी, ये वो समय था जब रात और सुबह एक सार हो रहे थे। ये वक़्त मीठी नींद का हो सकता था लेकिन गैस रिसाव से  यह नींद जहरीली हो गई। लोग सड़कों पर बदहवास हालत में भाग रहे थे। कोई कहीं भी गिर रहा था, कुछ नाले में गिर गये तो कुछ सड़कों पर बेहोश पड़ गये। हालात ऐसे थे कि चीख पुकार मच गई।

उधर जैसे ही पुलिस को पता लगा तो पूरी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची कि आखिर हुआ क्या। काफी देर बाद पुलिस समझ पाई कि पास के ही एक  केमिकल प्लांट से गैस लीक हो गई है।

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हजारों लोग हुए बीमार
केमिकल प्लांट से गैस इस कदर लीक हुई कि पहली रिपोर्ट आने तक 8 लोगों की मौत हो चुकी थी और अब तक 15 से ज्यादा लोगों की मौत की खबरें सामने आ चुकी हैं। जबकि 5 हजार से ज्यादा लोग बीमार बताये जा रहे हैं। वहीँ, आसपास के पांच से ज्यादा गांव खाली करा लिए गये हैं। खबरों की माने तो आसपास का तीन किलोमीटर तक का पूरा एरिया इस जहरीली गैस से प्रभावित पाया गया है।

इतना ही नहीं, जहरीली गैस का असर इस कदर है कि अभी तक इसके पॉइंट तक पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है। बताया जा रहा है कि जिस प्लांट से गैस लीक हुई उस प्लांट के अन्दर 2000 लोग मौजूद थे और उस प्लांट के बाहर भी 2000 लोग थे। उन सभी की क्या स्थिति है उस बार में कुछ नहीं कहा जा सकता।

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बचाव कार्य लगातार जारी
बताया जा रहा है कि बचाव और राहत कार्य अभी तक लगातार चल रहा है। मौके पर लोगों को बचाने और कारण का पता लगाने के लिए पुलिस के साथ साथ नेशनल डिजास्‍टर रेस्‍पांस फोर्स (NDRF) और स्‍टेट डिजास्‍टर रेस्‍पांस फोर्स (SDRF) की टीमें भी पहुंच चुकी है। लोगों को लगातार सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है और उनसे अपील भी की जा रही है।

बड़ी संख्या में अचानक लोगों को गिरता पड़ता देख पुलिस भी हैरान थी लेकिन जल्द ही मामला समझ आने के बाद पुलिस ने बिना देरी किए फोर्स को बुलाया और राहत कार्य शुरू किया।

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आखिर क्या है प्लांट
विशाखापट्टनम  के हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी के प्लांट से इस गैस का रिसाव हुआ है। इस कम्पनी की स्थापना 1961 में हुई। इस कंपनी को 1997 में साउथ कोरिया के एलजी केमिकल ने टेकओवर किया और फिर इसे एलजी पॉलिमर नाम दे दिया गया। इस प्लांट में प्लास्टिक बनाने का काम होता है इसलिए यहां से जहरीली गैस बनती है और बीती रात इसी गैस के रिसाव के कारण इतना बड़ा हादसा हो गया।

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