Thursday, Jun 01, 2023
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gautam adani not seen in investor conference amit shah said - favorable atmosphere in up

निवेशक सम्मेलन में नजर नहीं आए गौतम अदानी, अमित शाह बोले- यूपी में अनुकूल माहौल

  • Updated on 2/10/2023

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अडानी ग्रुप विवाद के बीच देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी यूपी में आयोजित तीन दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन में नजर नहीं आए, जबकि देश के अन्य उद्योगपतियों की मौजूदगी यहां देखने को मिली। उधर, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को उत्‍तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की भारतीय जनता पार्टी की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि राज्य में 'उद्योग' और 'निवेश' के लिए अनुकूल वातावरण बना हुआ है। यहां आयोजित तीन दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन को देश के विकास में सहायक बताते हुए शाह ने यह भी कहा कि इस सम्मेलन ने भारत के वैश्विक उत्पादन केंद्र बनने के लक्ष्य की पूर्ति में एक बड़ी छलांग लगायी है। 

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शाह ने 'उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023' में सुरक्षा और एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) तथा सहकारी समितियों को सशक्त बनाने विषयक सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ''भाजपा की सरकार में उत्तर प्रदेश में पांच वर्षों में जो परिवर्तन आया है, वह समग्र देश के लिए शुभ है। जब तक उत्तर प्रदेश का विकास नहीं होगा, तब तक हमारा देश बहुत आगे नहीं बढ़ सकता है।'' उन्होंने उत्‍तर प्रदेश के संसाधनों की सराहना करते हुए कहा कि मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी) ने जो पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का जो लक्ष्य रखा है, उसके लिए उत्तर प्रदेश का विकास बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए उत्तर प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाने का मतलब है भारत के विकास को गति देना। 

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अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा, ''सबसे पहले मैं योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की उप्र सरकार को साधुवाद देना चाहता हूं जिन्होंने उप्र में निवेश लाने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया।'' उन्होंने कहा, ''यह तीन दिन आने वाले तीन वर्षो के लिए बहुत शुभ और फलदायी होने वाले हैं।'' शाह ने कहा, ''यदि किसी भी राज्‍य में उद्योग लाना है, उसे उत्पादन केंद्र बनाना है, वहां निवेश लाना है तो उसकी पांच योग्यताएं होनी चाहिए।'' गृह मंत्री ने इसे सिलसिलेवार गिनाते हुए कहा, ''कानून व्यवस्था ठीक होनी हिए, राज्‍य की अवसंरचना अच्छी होनी चाहिए और राज्‍य सरकार को उद्योग और वित्त के लिए अपनी नीतियों का निर्धारण स्पष्ट तरीके से करना चाहिए।'' 

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उन्होंने कहा, ''राज्य सरकार पारदर्शी तरीके से चलनी चाहिए और पांचवां राज्य के मंत्रिमंडल में त्वरित निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए।'' उन्होंने कहा,‘‘एक जमाना था, जब उत्तर प्रदेश में पांचों योग्यताएं ढूंढने पर निराशा हाथ लगती थी, लेकिन आज ये पांच चीजें उत्तर प्रदेश शासन ने जमीन पर उतार दिया है।'' शाह ने योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इन पांचों योग्यताओं का बखूबी निर्वहन होने का दावा करते हुए कहा, ''यहां कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक हुई है, अवसंरचना के मोर्चे पर देश के अंदर जो कुछ चुनिंदा राज्य हैं, उनमें पिछले पांच सालों इस क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक निवेश हुआ है।'' उन्होंने कहा, ''राज्य में योगी जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार पारदर्शी तरीके से चल रही है, एक भी आरोप हमारी सरकार पर नहीं है। इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश ने त्वरित फैसले लेने का माद्दा दिखाया है और त्वरित फैसले लिए हैं।'' 

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