नई दिल्ली,15 फरवरी (चांदनी कुमारी): गाजीपुर बॉर्डर किसान आंदोलन में दो से तीन के बाद वहां आंदोलनकारी किसानों के चेहरे बदलते रहते हैं। पुराने लोग जाते रहते हैं और नए लोग आते रहते हैं। अभी आंदोलन स्थल लोगों की संख्या कम है और लंगर का भी व्यवस्था पहले के तरह नहीं है। जैसे-जैसे लोगों की संख्या कम होते जा रही है वैसे-वैसे लंगर लगाने वालों की भी संख्या कम हो रही है।
किसान आंदोलन के बीच सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने की कृषि विशेषज्ञों से चर्चा
वहीं किसानों का कहना है कि 26 जनवरी से पहले ठंड ज्यादा होती थी तो ज्यादातर लोग टेंटों में रहते हैं मंच के पास लोगों का जमावड़ा कम होता था। अब गर्मी जैसी मौसम होने लगी है तो अब ज्यादातर लोग मंच के सामने बैठे रहते हैं। इसलिए अंदर के टेंट दिन में खाली दिखाई दे रहे हैं। वहीं यूपी और उत्तराखंड से आने वाली महिलाएं पहले रात में भी धरना स्थल पर रूकती थी अब वैसा नहीं है ज्यादातर महिलाएं रात को घर लौट जाती है।ऐसे में महिलाओं का टेंट खाली पड़ा हुआ है।
सुविधाओं के अभाव के कारण महिलाओं की संख्या में कमी
वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर 26 जनवरी के बाद महिलाओं का समूह रात में बहुत कम ही रुकती हैं। महिलाएं दिन में आती हैं और शाम तक वापस लौट जाती हैं।महिला किसान बबली का कहना है कि धरना स्थल पर पानी और बिजली की समस्या के कारण अब महिलाएं को रूकने में परेशानी हो रही है। बिना बिजली के टेंट में रूकना महिलाओं के लिए सुरक्षित नही है। इसके साथ ही पानी की किल्लत इतनी ज्यादा है कि शौचालय जाने में भी परेशानी हो रही है। राजबीर का कहना है कुछ महिलाएं आती है और शाम तक वापस लौट जाती है।सौर प्लेट से बिजली का व्यवस्था किया गया है लेकिन वह काफी नहीं है। कुछ ही टेंटों में बल्ब जल पाते हैं। पानी भी सिर्फ लंगर बनाने के लिए ही आ पा रहा है।
हाई कोर्ट का सुशांत राजपूत की बहन के खिलाफ FIR खारिज करने से इनकार
किसान महिलाओं की संख्या में भारी कमी धरना स्थल पर लंगर में बर्गर बना रहीं दिल्ली मयूर विहार फेस 3 की रहने वाली मंजीत कौर का कहना है कि अभी यूपी और उत्तराखंड से आने वाली महिलाओं की संख्या में कमी आई है क्योंकि पहले ज्यादातर लोग धरना स्थल पर टैक्टर से पहुंचते थे लेकिन अब लोग अपनी-अपनी गाड़ियों से दिन में आते हैं और धरना स्थल से शाम तक चले जाते हैं।अभी खेती और शादी का समय है इसलिए अभी धरना स्थल महिलाओं का टेंट पूरी तरह से खाली है। मैं यहीं की रहने वाली हूं इसलिए प्रतिदिन सुबह आती हूं और रात को घर चली जाती हूं।
यहां पढ़ें अन्य बड़ी खबरें...
राजकुमार विश्वकर्मा बने यूपी पुलिस के कार्यवाहक डीजीपी, अखिलेश का...
कांग्रेस का PM मोदी के डिग्री मामले पर कटाक्ष: नए भारत में पारदर्शिता...
जबतक व्यापक जनहित में जरूरी न हो, तब तक सरकार की ओर से निगरानी...
तेजस्वी ने संप्रग सरकार में सीबीआई से ‘‘दबाव' को लेकर शाह के दावे...
कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू शनिवार को पटियाला जेल से हो सकते हैं रिहा
सिसोदिया की जमानत के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में अपील करेगी AAP
क्या मोदी मुखौटा कंपनियों के जरिये अडाणी की ओर से किए गए निवेश की...
रामनवमी पर हुए सांप्रदायिक दंगे ‘‘सरकार द्वारा प्रायोजित' : संजय...
इंदौर का मंदिर हादसा : बावड़ी से एक के बाद एक 36 शव निकाले, शोक का...
अदालत ने खारिज की मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका, AAP ने उठाए सवाल