नई दिल्ली,(टीम डिजिटल):दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में शासन नेजिम्स को नॉन ट्रांसप्लांट रिट्रीवल सेंटर की मंजूरी दे दी है। अब ब्रेन डेड मरीजों के परिजनों द्वारा दान किए गए अंगों को प्रत्यारोपण के लिए निकालने बाबत अन्य अस्पताल नहीं भेजना पड़ेगा। यह काम अब यहीं पर होगा। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण के महानिदेशक ने राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में नॉन ट्रांसप्लांट रिट्रीवल सेंटर के कार्य के लिए अनुमति दे दी है। इसमें विभिन्न अस्पतालों की टीम परिसर में आकर मृत इंसान के अंग निकल सकेगी। पूर्व में शासन स्तर की टीम ने इसको लेकर संस्थान का निरीक्षण किया गया है।
जिम्स के निदेशक डॉ.राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रत्यारोपण के लिए अंगदान का इंतजार कर रहे लोगों की प्रतिक्षा सूची लंबी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि उनके यहां पांच से छह मरीज ब्रेन डेड घोषित होते हैं। दान के बाद अंग निकाल कर इसे सुरक्षित संग्रहित करने की व्यवस्था नहीं थी, जिसकी वजह से दिक्कत रहती थी। ऐसे में अब शासन स्तर से सेंटर बनाने के लिए अनुमति मिल गई है, अब ये काफी मददगार साबित होगा। उन्होंने बताया कि मरीजों और परिजनों से बात कर उन्हें अंगदान के लिए जागरूक करेंगे। मृतकों को जलाने या दफनाने के बजाय उनके अंग किसी और को दूसरी जिंदगी देने के काम आ सकते हैं।
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