Thursday, Sep 28, 2023
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कोरोना मामलों का पता लगाने सरकार ने जारी की मोबाइल एप, जानें कैसे करेगी काम

  • Updated on 4/3/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। सरकार ने गुरुवार को एक मोबाइल ऐप (Mobile App) जारी की है, जिससे लोगों को खुद ही कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद मिल सकेगी। यदि वह इस गंभीर वायरस से संक्रमित व्यक्ति के नजदीक आते हैं, तो अधिकारियों को सतर्क कर सकते हैं। मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार ऐप केवल ताजा मामलों का पता लगाएगा और केवल उन्हीं लोगों को सतर्क करेगा जो संक्रमित व्यक्ति के आसपास रहे हैं।

एक सरकारी बयान में कहा गया है इस ऐप का नाम आरोग्यसेतु ( Aarogya Setu) रखा गया है। जो हर भारतीय के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए डिजिटल इंडिया में शामिल हुआ है। यह लोगों को खुद ही कोरोना वायरस संक्रमण को पकड़ने के जोखिम का आकलन करने लायक बनाएगा। यह दूसरों के साथ उनकी बातचीत के आधार पर गणना करेगा।

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इस टैक्नोलॉजी का किया गया उपयोग
इसमें आधुनिक ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी, एल्गोरिदम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग शामिल है। आईटी मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति चिकित्सा परीक्षण के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो संक्रमित व्यक्ति का मोबाइल नंबर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बनाए गए रजिस्टर में शामिल होगा और ऐप पर भी सूचना को अद्यतन किया जाएगा।

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देश में 2116 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण
अब तक देश में कुल 2116 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण का पता चला है, जिनमें से 150 ठीक हो गए हैं या उन्हें छुट्टी दे दी गई है। दुनिया भर में करीब 40,000 लोगों की इस महामारी के कारण मौत हो चुकी है। बयान में कहा गया है इस ऐप से संक्रमण के जोखिम का आंकलन करने और आवश्यक होने पर संबंधित व्यक्ति अथवा क्षेत्र को अलग करने के लिए सरकार को समय पर कदम उठाने में मदद मिलेगी।

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गोपनीयता को प्राथमिकता
सरकार ने कहा कि ऐप में उपयोगकर्ताओं के लिए गोपनीयता को प्राथमिकता दी गई है। ऐप द्वारा एकत्र किए गए व्यक्तिगत डेटा को एंक्रिप्ट किया गया है और यह तब तक फोन में सुरक्षित रहेगा जब तक चिकित्सा हस्तक्षेप की सुविधा के लिए इसकी आवश्यकता ना हो।

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