नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। जीएसटी अधिकारियों ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का फायदा लेने के लिए 4,521 करोड़ रुपये के फर्जी बिल जारी करने और ‘सिडिकेट’ संचालित करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
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बयान में कहा गया कि आंकड़ों की जांच से पता चला कि ये सिंडिकेट 636 कंपनी चलाता है। सिंडिकेट के सरगना ने स्वीकार किया है कि इन फर्मों ने केवल बिल जारी किए हैं और उनके बदले किसी भी सामान की आपूर्ति नहीं की गई। बयान में आगे कहा गया, ‘‘उन्होंने लगभग 4,521 करोड़ रुपये के कर योग्य वाले बिल जारी किए हैं, जिसमें लगभग 741 करोड़ रुपये का आईटीसी मिलना है।’’
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जांच के दौरान इन कंपनियों के आईटीसी बहीखाते में उपलब्ध इनपुट टैक्स क्रेडिट से 4.52 करोड़ रुपये का जीएसटी जमा किया गया। इसके अलावा, अब तक इन फर्मों के विभिन्न बैंक खातों में पड़े लगभग सात करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। इस गिरोह के सरगना को 13 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था।
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