नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। नए कृषि कानून (New Farm Bill) के खिलाफ हो रहे आंदोलन को रोकने की सरकार नाकाम कोशिश अब भी जारी है। सरकार किसान संगठनों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकालना चाहती है। लेकिन एक साथ-साथ इतने संगठन होने के कारण अब तीन कोशिशें बेकार चली गई है। गुरुवार को सरकार और किसान संगठनों के बीच एक बार फिर बैठक की जाएगी। आज की होने वाली बैठक में सरकार की कोशिश होगी कि सीमित संख्या में किसान संगठनों के प्रतिनिधि वार्ता के मंच पर आएं ताकि बातचीत करने में आसानी हो सके।
किसानों को मीटिंग के लिए किया आमंत्रित, दोपहर 3 बजे विज्ञान भवन में होगी बैठक
सरकार और संगठन के बीच बैठक बेनतीजा गौरतलब है कि दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर लगातार हो रहे किसान आंदोलन के रोकथाम के लिए मंगलवार को सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत हुई। लेकिन माना जा रहा है कि यह बैठक बेनतीजा रहा। किसान नेता जहां अपनी पुरानी बातों को सुना रहे थे, वहीं सरकार की ओर से प्रजेंटेशन देकर उसके बारे में विस्तार से बताया जा रहा था। बैठक में किसान संगठनों की ओर से 32 प्रतिनिधि शामिल थे, वहीं सरकार की ओर से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) हिस्सा ले रहे थे।
वायरस संक्रमण के खतरे पर बोले किसान- 'कोरोना से ज्यादा खतरनाक है यह कानून'
3 दिसंबर को फिर होगी बैठक कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच लगभग 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक मंथन हुआ। इस बैठक में फिर से 3 दिसंबर को मिलने पर सहमति हुई है। इस बीच कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने बैठक में एक समिति बनाने का प्रस्ताव दिया। जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया है। कृषि मंत्री ने कहा कि एक समिति का गठन होना चाहिये। जिसमें सरकार और कृषि एक्सपर्ट कृषि कानून से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेगे। लेकिन किसान नेताओं ने इसे अस्वीकार कर दिया। जिसमें किसानों के सभी तरह के सवालों का जबाव देने की कोशिश की जा रही है। वहीं सरकार MSP पर भी रुख साफ किया है।
किसान आंदोलन से जुड़ी 10 बड़ी खबरें यहां पढ़ें
किसान प्रदर्शन के चलते दिल्ली में सब्जियों की आपूर्ती प्रभावित, आसमान छू रहे दाम!
केंद्र ने किसानों को मीटिंग के लिए किया आमंत्रित, दोपहर 3 बजे विज्ञान भवन में होगी बैठक
किसान नेता बूटा सिंह का बड़ा दावा- अमित शाह ने फोन कर हरसंभव मदद का दिया भरोसा
किसानों के मन में कृषि बिल को लेकर है संशय, सरकार को जगाना होगा भरोसा
मैदान में जुटे सैकड़ों किसान, नारों, गीतों व ढोल-नगाड़ों से गूंजा मैदान
किसान आंदोलन पर बोले राहुल गांधी, ये तो बस शुरुआत है, वापस लेने होंगे मोदी सरकार को काले कानून
बंगाल में त्रिशंकु विधानसभा होने की स्थिति में ममता राजग से मिला सकती...
बुजुर्गों को कोरोना टीका लगने की शुरुआत, आरोग्य सेतु ऐप से बुक कराएं...
आत्मनिर्भरता की आड़ में किसानों को कंपनी-निर्भर बनाना चाहती है मोदी...
मुजफ्फरनगर के गांवों में कृषि कानूनों के मुकाबले गन्ने का मुद्दा हुआ...
मेरा सपना भारत और पाकिस्तान को ‘अच्छे दोस्त’ बनते देखना है: मलाला...
नीता अंबानी, प्रियंका गांधी सहित 200 महिलाएं ‘टाइटैनिक इंडियन ब्यूटीज...
Night Bulletin: सिर्फ एक क्लिक में पढ़ें, अभी तक की 5 बड़ी खबरें
शिवसेना ने लोकसभा सांसद मोहन डेलकर की मौत पर चुप्पी को लेकर उठाए सवाल
रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के कहानी संग्रह ‘भीड़ साक्षी है’ पर हुई परिचर्चा
तमिलनाडु में गरजे शाह, कहा- स्टालिन और सोनिया को अपने लाड़ले की...