नई दिल्ली/टीम डिजिटल। 12 साल पहले हुए 26/11 हमले को लोग आज भी नहीं भूल नहीं पाए हैं। यह तारीख भारत में हुए सबसे बड़े आतंकी हमले की गवाह है। ये दिन इसलिए भी याद किया जाता है क्योंकि तब भारत कई कारणों से कमजोर था जिसका फायदा उठा कर आतंकियों ने मुंबई हमले को अंजाम दिया।
लेकिन आज का भारत 12 साल बाद काफी बेहतर है और सैन्य ताकत के हिसाब से भी मजबूत हो गया है। भारत के पास अब चारों ओर से मिलने वाली सुरक्षात्मक निगाहें हैं। भारत अब अंतरिक्ष, संचार, सुरक्षा और हथियारों के बल पर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सक्षम है।
मुंबई: 26/11 हमले की 12वीं बरसी आज, राज्यपाल व CM ठाकरे ने दी श्रद्धांजलि
फोर्स वन बनाई गई आतंकियों से भिड़ने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने साल 2010 में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (NSG) की तर्ज पर नई कमांडो टुकड़ी बनाई है। जिसे फोर्स वन नाम दिया। फोर्स वन को खास तौर पर एनएसजी की तरफ से ही ट्रेनिंग दी गई हिअ। ये टीम आतंकियों से लोहा लेने और उनका सफाया करने में माहिर हैं। महाराष्ट्र सरकार की इस फोर्स वन टुकड़ी में 300 कमांडो अभी शामिल किए गए हैं। इस टीम के पास अत्याधुनिक हथियार और वाहन हैं। ये टीम बड़ी ही तेजी से अपने हथियारों संग लैस होकर आतंकियों पर हमला करने में सक्षम हैं।
26/11 मुंबई हमले के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियां भी थी जिम्मेदार
NSG कमांडों हुए अधिक टफ एनएसजी कमांडों को और अधिक टफ बनाया गया है। उन्हें नए बैटल गियर, बॉडी ऑर्मर, हेलमेट्स दिए गए है। ये खास तरह के स्टफ से बने हैं जिसकी वजह से उन पर एके सीरीज की राइफलों का कोई असर नहीं होता। इसके साथ ही नाइट विजन गॉगल्स, संचार उपकरण, बैलिस्टिक शील्ड्स, MP5A5 मशीन गन, सिग सॉअर की असॉल्ट राइफल्स और कार्बाइन, नई ग्लॉक पिस्टल्स, प्लास्टिक एक्सप्लोसिव्स और एडवांस ब्रीचिंग चार्जेस भी दिए गए हैं।
इसके साथ ही इन कमांडोज़ को कई मोबाइल एडजस्टेबल रैंप सिस्टम, ऑर्मर्ड व्हीकल रेनो शेरपा-2, फोर्ड 550 भी दिए गए हैं। ये वाहन इतने शक्तिशाली हैं कि यह घर तोड़कर अंदर घुस सकती हैं। इसके अलावा, कमांडोज को PSG1A1 और Barrett M98B स्नाइपर राइफल और SPAS-15 शॉटगन्स भी दी गई हैं।
कोरोना को लेकर गाजियाबाद अलर्ट, ड्रोन से होगी निगरानी, मास्क न पहनने पर होगा जुर्माना
मीडिया और सोशल मीडिया पर कंट्रोल 26/11 के आतंकी हमले में मीडिया और सोशल मीडिया की जो भूमिका सामने आई वो भी ग़ौर करने लायक थी इसलिए इस हमले से सबक लेते हुए मीडिया और सोशल मीडिया पर कंट्रोल लगाया गया। अब मीडिया चैनल लाइव प्रसारण करने में देरी करेगी। साथ ही सोशल मीडिया पर इससे जुड़े नए निर्देश फॉलो किए जाते हैं।
इस हमले में आतंकियों को लाइव प्रसारण से लाभ हुआ था। उन्होंने इसके जरिए सारी सूचनाएं हमलावरों को दीं। आतंकियों ने सोशल मीडिया पर टारगेट और नजर रखना शुरू किया था लेकिन अब उसे भी कंट्रोल कर लिया गया है। सरकार ने कई साइट्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के अकाउंट पर रोक लगा दी है या उन्हें बैन कर कर दिया है।
देश के दूसरे सीरो सर्वे ने चौंकाया, 10 साल से ऊपर हर 15 में से 1 व्यक्ति को हो चुका है कोरोना
साइबर सिक्योरिटी इस 26/11 हमले के बाद से आतंकियों की सोच को समझते हुए साइबर सिक्योरिटी को बहुत ज्यादा बढ़ाया दिया गया है। सरकार ने ऑनलाइन पेमेंट को अधिक तवज्जो दी ताकि कैशलेस हो कर लोग ऑनलाइन मनी ट्रांसफर का अधिक उपयोग करें। जो ऑनलाइन हो रहे पेमेंट के बारे में पूरी डिटेल देता है। आतंकी संगठन इस नए बदलाव के कारण कमजोर पड़ गए हैं।
बताते चलें, 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी समुद्र के रास्ते यहां पहुंचे और गोलीबारी की जिसमें 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 लोग मारे गए थे तथा अनेक लोग घायल हुए थे।
राजस्थान: नहीं रहे कांग्रेस विधायक गजेंद्र शक्तावत, CM गहलोत ने जताया...
Coronavirus Live: देश में 24 घंटे में कोरोना के 13,823 नए केस, 162 की...
PM मोदी समेत इन दिग्गज नेताओं ने दी गुरु गोविंद सिंह की जयंती की...
विवादों के बाद Tandav के डायरेक्टर ने जारी किया अपना स्टेटमेंट,...
डोनाल्ड ट्रंप जाते-जाते भी चीन को दे गए झटका, उइगर मुस्लिम के नरसंहार...
Delhi Weather Updates: दिन में धूप तो शाम को छाएगा कोहरा और चलेगी...
भारत ने निभाया पड़ोसी धर्म, भूटान को भेजी 1.5 लाख कोविड-19 टीकों की...
PMAY: पीएम मोदी आज UP के लाखों लोगों को 2,691 करोड़ रुपये की सहायता...
गणतंत्र दिवस समारोह में किसान आंदोलन का नहीं होगा असर! थ्री लेयर...
Corona World Live: दुनिया में अब तक 96,624,404 लोग हुए संक्रमित,...