नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने लंच के बाद तीन विकेट जल्दी लेकर न्यूजीलैंड के मध्यक्रम की नींव हिला दी और भारत ने शानदार वापसी करते हुए पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन शनिवार को चाय तक न्यूजीलैंड के छह विकेट 249 रन पर गिरा दिए।
भारत को मैच में लौटाने का श्रेय वैसे उमेश यादव को जाता है जिन्होंने लंच से ठीक पहले केन विलियमसन को सस्ते में आउट करके मेजबान को राहत दिलाई थी । अक्षर ने 24 ओवर में 46 रन देकर तीन विकेट लिये। उन्होंने 13 रन के भीतर रोस टैलर (11), हेनरी निकोल्स (दो) और टॉम लाथम (282 गेंद में 95 रन) को पवेलियन भेजा। रविंद्र जडेजा ने नये बल्लेबाज रचिन रविंद्र (13) को आउट किया । इसके साथ ही न्यूजीलैंड का स्कोर छह विकेट पर 241 रन हो गया जो एक विकेट पर 197 रन था।
दूसरा सत्र भारत के नाम रहा जब भारतीय गेंदबाजों ने 52 रन के भीतर चार विकेट निकाले। भारत का लक्ष्य अब 50 से 60 रन की बढ़त लेना होगा। टॉम ब्लंडेल 73 गेंद में दस रन बनाकर खेल रहे हैं। इससे पहले उमेश ने दूसरी नयी गेंद से कामयाबी हासिल की और आफ स्टम्प पर जाती उनकी गेंद पर विलियमसन चकमा खाकर पगबाधा आउट हो गए। उन्होंने 64 गेंदें खेलकर 18 रन बनाये । न्यूजीलैंड ने पहले सत्र में 68 रन जोड़े।
सलामी बल्लेबाज विल यंग पहले टेस्ट शतक से चूक गए और 218 गेंद में 89 रन बनाने के बाद रविचंद्रन अश्विन का शिकार हुए। विलियमसन क्रीज पर आने के बाद से सहज नहीं दिखे। उन्होंने हालांकि रविंद्र जडेजा को दो चौके लगाकर दबाव कम करने का प्रयास किया । अश्विन ने यंग को स्थानापन्न विकेटकीपर श्रीकर भरत के हाथों लपकवाया । यंग और लाथम ने पहले विकेट के लिये 151 रन जोड़े। यंग ने अपने कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 15 चौके लगाये । वहीं लाथम ने फ्रंटफुट पर शानदार रक्षात्मक खेल दिखाया और ढीली गेंदों को नसीहत भी दी।
दूसरे सत्र में अक्षर ने शानदार गेंदबाजी की और बेहद खूबसूरत गेंद पर टेलर को आगे बढकर खेलने को मजबूर किया जिनका कैच विकेट के पीछे श्रीकर भरत ने लपका । निकोल्स स्वीप शॉट लगाने के प्रयास में पगबाधा आउट हुए। वहीं लाथम को भी आगे बढकर खेलने का खामियाता भुगतना पड़ा और भरत ने स्टमिं्पग करने में चूक नहीं की।
पहले सत्र के दौरान अश्विन और अंपायर नितिन मेनन के बीच बहस भी हुई । इससे पहले अश्विन जब विलियमसन को गेंदबाजी कर रहे थे तो उनके फॉलोथ्रू को लेकर मेनन ने ऐतराज जताया। अश्विन फॉलोथ्रू में ‘डेंजर एरिया’ में जा रहे थे और अंपायर ने उन्हें कई बार टोका। अंपायर का कहना था कि वह सामने आयेंगे तो उन्हें फैसले लेने में दिक्कत होगी क्योंकि कुछ नजर नहीं आयेगा। अश्विन और कप्तान अजिंक्य रहाणे से बात करने के बाद मामला सुलझ गया ।
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