Wednesday, Dec 06, 2023
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India may get Corona Vaccine in early 2021 know how much it will cost prshnt

भारत को 2021 की शुरुआत में मिल सकती है Corona Vaccine, जानें कितनी होगी कीमत

  • Updated on 8/29/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। दुनिया में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) कहर हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। इससे निजात पाने के लिए कई देश वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय बाजारों में कोरोना वैक्सीन (Corona Vccine) साल 2021 के पहले तिमाही में उपलब्ध हो जाएगी।

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म बर्न्सटीन (Global brokerage firm Bernstein) ने एक रिपोर्ट में वैक्सीन ट्रायल के आगे बढ़ने की गति पर संभावना जाहिर की है। इसके मुताबिक 2021 के पहले तिमाही में वैक्सीन आ सकता है।

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चार वैक्सीन मंजूरी पाने के करीब
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर फिलहाल चार वैक्सीन कोरोना वायरस संकट को रोकने के लिए मंजूरी पाने के करीब है। इन सभी का ट्रायल चल रहा है। फिलहाल इनके प्रयोग पूरे होने के बाद मंजूरी मिलने तक की प्रक्रिया 2020 के अंत या 2021 के शुरुआत में हो सकती है।

वहीं भारत साझेदारी के जरिए एजट ऑक्सफोर्ड की वायरल वाटर वैक्सीन और नवाबों की प्रोटीन  सूबयूनिट वैक्सीन तक पहुंच चुका है।

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भारत में  225 रुपये से 550 रुपये तक में मिलेगा वैक्सीन
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रतिरक्षक प्रतिक्रिया हासिल करने के लिए सुरक्षा और क्षमता दोनों स्तर पर वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के डाटा आशाजनक साबित हुए हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि 2021 के पहले तिमाही में कोरोना की वैक्सीन बाजारों में उपलब्ध होगी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वैक्सीन की एक खुदा के लिए भारतीयों को 3 डॉलर से 6 डॉलर यानी भारतीय रुपए में 225 रुपये से 550 रुपये तक उपलब्ध होगा।

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वैक्सीन लगाने में लग सकता है 18 से 20 महीने का समय
वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन के मार्केट में आने के बाद देश में हॉट यूनिटी हासिल करने में 2 साल लग जाएंगे। रिपोर्ट में वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज और प्रशिक्षित लोगों की कमी सबसे बड़ी बाधा बताया गया है। बताया जा रहा है कि अगर सरकारी कार्यक्रमों के वर्तमान आउटपुट को दोगुना कर दिया जाए तो वैक्सीन लगाने में 18 से 20 महीने का समय लग जाएगा।

इसके साथ ही रिपोर्ट में सामने आया है कि वह वैक्सीन के आवंटन में स्वास्थ्य कर्मियों 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों आवश्यक सेवाओं को करने वाले कर्मचारी और जनसंख्या के कमजोर आर्थिक वर्ग को यह वैक्सीन प्राथमिक रूप से उपलब्ध कराया जा सकता है।

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