नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। भारत का चीन (China) के साथ साल 2020 में एलएसी (Apps) पर तनाव लगातार जारी है। ऐसे में भारत ने चीन पर डिजिटल स्ट्राइक करते हुए बड़ी संख्या में प्रसिद्ध मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया। भारत अब तक 267 चीनी मोबाइल ऐप्स पर बैन लगा चुका है। सैकड़ों ऐप्स पर बैन लगाए जाने के चलते सभी को बड़े मार्केट शेयर का नुकसान हुआ। नवबंर महिने में एक बार फिर भारत सरकार ने चीन के बैन ऐप्स की नई लिस्ट जारी की, जिसमें सरकार की ओर से 43 अन्य चाइनीज ऐप्स को बैन करने का फैसला लिया गया है। इस लिस्ट में शामिल गई ऐप्स अलीबाबा ग्रुप से जुड़े हैं।
सबसे पहले 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन चीन और भारत के बीच बढ़ते सीमा विवाद को देखते हुए भारत सरकार ने सबसे पहले जून महीने में 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया था और इसके बाद सितंबर में भी 118 ऐप्स को बैन किया गया था। जून जब तनाव चरम पर था तब सबसे पहले टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन की गई थी। 30 जून को भारत ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयर इट, हेलो, लाइकी, वी चैट, ब्यूटी प्लस जैसे लोकप्रिय ऐप्स बैन किए थे।
इसके बाद जुलाई में 47 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगा दिया गया, जिसमें से ज्यादातर या तो पहले से प्रतिबंधित ऐप्स के क्लोन थे या फिर उनसे मिलते-जुलते थे।
सितंबर में 118 ऐप्स पर लगा बैन वहीं सितंबर में 118 और चीनी मोबाइल ऐप्स को बैन किया गया, जिसमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी भी शामिल था। पबजी वैसे तो सिंगापुर की कंपनी है लेकिन उसका सर्वर चीन में है और उसका डेटा पेइचिंग कलेक्ट करता है। बजी के अलावा अलावा लिविक, वीचैट वर्क, वीचैट रीडिंग, कैरम फ्रेंड्स, कैमकार्ड जैसे ऐप्स पर बैन लगा
वहीं हाल ही में बैन किए गए ऐप्स में स्नैक वीडियो भी शामिल है। स्नैक वीडियो एक चाइनीज ऐप है जो टिकटॉक पर बैन के बाद तेजी से लोकप्रिय हुआ था। इसके अलावा ताजा लिस्ट में ट्रूली चाइनीज, चाइना लव, वी डेट, चाइनीज सोशल समेत तमाम डेटिंग ऐप्स शामिल हैं।
टेक्नॉलजी ऐक्ट के तहत ऐप्स पर लगा बैन बता दें कि इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी ऐक्ट के सेक्शन 69A के तहत चीन के ऐप्स पर बैन लगाया गया है। केंद्र सरकार की ओर से जारी ऑफिशल स्टेटमेंट में कहा गया है कि सरकार को ऐसे इनपुट्स मिले थे कि ये ऐप्स भारत की एकता और अखंडता, भारत की सुरक्षा, स्टेट सिक्यॉरिटी और पब्लिक ऑर्डर को नुकसान पहुंचाने वाली ऐक्टिविटीज में शामिल थे।
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी की ओर से इन ऐप्स का ऐक्सेस भारतीय यूजर्स के लिए बंद करने के ऑर्डर्स दिए गए हैं। भारत सरकार इंडियन यूजर्स के डेटा सेफ्टी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर गंभीर हुई है और चाइनीज ऐप्स की ऐक्टिविटी को मॉनीटर कर रही है।
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