Friday, Jun 02, 2023
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#NavyDay: अपने नौसेना के बारे में ये खास बातें नहीं जानतें होंगे आप, पढ़ें

  • Updated on 12/4/2018

नई दिल्ली/टीम डिजिटल।  देश की सुरक्षा के लिए हमारे जवान धरती, जल और वायु हर छोर पर तैनात है। जब हमारा देश अंग्रेजी हुकुमत का गुलाम हुआ था। तब अंग्रेज पानी के रास्ते हमारे देश में आए थे। तब हमारे पास नौसेना नहीं थी और ना ही हम खुद तटतीय इलाकों की सुरक्षा करना महसूस करते थे।

लेकिन अब हमारे तटीय इलाकों की सुरक्षा के लिए हमारे पास है नौसेना। दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेना में हमारी नेवी का नाम शामिल है। आज नौसेना दिवस है और  1971 से लगातार भारतीय नौसेना दिवस मनाया जा रहा है।

क्यों 4 दिसंबर को ही मनाया जाता है नौसेना दिवस 

शुरुआत 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान नौसेना पर भारतीय नौसेना के भारी पड़ने की खुशी में हुई थी। इसके बाद से हर साल देश में 4 दिसंबर को नौसेना दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। भारतीय नौसेना की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार इसकी नींव, 1612 में पड़ी थी। समय के साथ यह नौसेना जितनी ज्यादा आधुनिक होती गर्इ उतनी ही ताकतवर भी हुर्इ। 

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नौसेना के कई कारनामों के बारे में तो हमने बहुत सुना है चलिए आज जानते है नौसेना से जुड़ी खास बातों के बारे में...

मरीन इंडियन 

1600 में महारानी एलिजाबेथ के आदेश से 31 दिसंबर को ईस्ट इंडिया कंपनी का गठन किया गया था। 1612 में ये कंपनी गुजरात के स्वाली इलाके पहुंची तो इसने अपने बेड़े की रक्षा के लिए इंडियन मरीन नाम के एक सुरक्षा दस्ते का गठन किया। दरअसल उन्होंने अपने जहाजों की सुरक्षा करने के लिए इसका गठन किया था। तब इसे  आॅनरेबल र्इस्ट इंडिया कंपनीज मरीन के नाम से भी जाना जाना गया।  

बांब मरीन 

इसके बाद 1668 में इस्ट इंडिया कंपनी ने अपना काम बंबई में शुरु किया। तब इस सेना के नाम को भी बदला गया और इसे बांबे मरीन के नाम से जाना गया। 

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फिर सामने आई इंडियन नेवी 

1830 में फिर इसके नाम में परिवर्तन किए गए और इसे बांबे मरीन से बदलकर इंडिया नेवी कर दिया गया। इसके बाद 1858 में एक बार फिर इसे एक नया नाम दिया गया। मजेस्टी इंडियन नेवी। 

हर मजेस्टी इंडियन नेवी 

30 अप्रैल 1863 में बांबे मरीन का नाम बदला गया और इसका नाम हर मजेस्टी इंडियन नेवी कर दिया गया। 1858 में इसका नाम हर मजेस्टी इंडियन नेवी कर दिया गया था। 1892 में फिर बदलाव हुआ और इसका नाम रॉयल इंडियन मरीन में बदल दिया गया। 

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आखिरी नाम इंडियन नाम 

इसके बाद 1934 में रॉयल इंडियन नेवी में संगठित किया गया। 26 जनवरी 1950 में इसका गणतंत्र के रुप में गठित होने के बाद इसके नाम हटा दिया गया था। तब से लेकर आज तक इसे 'इंडियन नेवी' के नाम से ही जाना जाता है। 

हाल में भारतीय नौसेना ने संकट में बचाई 1700 लोगों की जान 

भारतीय नौसेना ने मूसलधार बारिश एवं बाढ़ से प्रभावित केरल में फंसे करीब 17,000 लोगों को बचाया। भारी बारिश और बाढ़ का सामना कर रहे केरल में भारतीय नौसेना ने कुल 16,843 लोगों को वहां से सुरक्षित निकाला, इनमें से 1,173 को हवाई मार्ग के जरिए निकाला गया जबकि 15,670 को दल ने जेमिनी नौकाओं की मदद से बचाया।

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