Thursday, Jun 01, 2023
-->
indian-stock-market-sensex-and-nifty-fall-rupaya-go-down-friday-1st-november

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट, रुपया भी दबाव में

  • Updated on 11/1/2019

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। मजबूत वैश्विक रुख और निरतंर विदेशी पूंजी निवेश के बीच इंफोसिस (Infosys), टीसीएस (TCS) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries Limited) के शेयरों में गिरावट से शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स (Sensex) में गिरावट देखी गई।

बंबई शेयर बाजार (BSE Sensex) का 30 शेयरों वाला सूचकांक बढ़त के साथ खुलने के बाद शुरुआती कारोबार में 54.00 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 40,075.05 अंक पर आ गया। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी (Nifty) भी शुरुआती दौर में 20.45 अंक यानी 0.17 प्रतिशत घटकर 11,857.00 अंक पर आ गया।

इन शेयरों में तेजी
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, सन फार्मा, कोटक महिंद्रा बैंक,  बजाज ऑटो में 3.61 प्रतिशत तक की तेजी देखी गई।

आर्थिक तंगी से परेशान राजस्थान सरकार ने निजी वाहनों पर भी लगाया टोल टैक्स

इन शेयरों में आई गिरावट
वहीं इसके विपरीत, येस बैंक, वेदांता, टीसीएस, इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड में 3.34 प्रतिशत तक की गिरावट आई।

शेयर बाजार (Share Market) के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने पूंजी बाजार में शुद्ध रूप से 1,870.87 करोड़ रुपये की लिवाली की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 650.73 करोड़ रुपये के शेयर के शुद्ध बिकवाल रहे।

कारोबार के दौरान 40,345 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा सेंसेक्स

कारोबारियों ने कहा कि वृहद आर्थिक आंकड़ों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर महीने में 5.2 प्रतिशत घट गया। यह एक दशक में इस क्षेत्र का सबसे खराब प्रदर्शन है और इससे इस समय चल रही आर्थिक सुस्ती की गंभीरता का पता चलता है। बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों में से सात के उत्पादन में सितंबर में गिरावट आई है। वैश्विक बाजारों में, शंघाई, हांगकांग और सियोल के शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में सकारात्मक रुख रहा जबकि तोक्यो में गिरावट देखी गई।

क्लियरटैक्स ने मोबाइल क्षमताओं को मजबूत करने के लिए डॉस एफएम का किया अधिग्रहण

डॉलर के मुकाबले 6 पैसे गिरा रुपया
कमजोर वृहद आर्थिक आंकड़ों और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बीच रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 6 पैसे गिरकर 70.98 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। हालांकि, मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं की तुलना में डॉलर में कमजोरी और विदेशी पूंजी के निरंतर निवेश ने रुपये की गिरावट को थामने की कोशिश की। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया गिरावट के साथ 70.96 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती कारोबार में पिछले बंद की तुलना में 6 पैसे गिरकर 70.98 रुपये पर आ गया। रुपया बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले मामूली दो पैसे गिरकर 70.92 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

जानिए 1 नवंबर से बैंको ने बदले यह नियम, 42 करोड़ लोगों पर होगा सीधा असर

बृहस्पतिवार को जारी आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन के आंकड़ों से स्थानीय मुद्रा पर दबाव रहा।आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर महीने में 5.2 प्रतिशत घट गया। यह एक दशक में इस क्षेत्र का सबसे खराब प्रदर्शन है और इससे इस समय चल रही आॢथक सुस्ती की गंभीरता का पता चलता है। बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों में से सात के उत्पादन में सितंबर में गिरावट आई है। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.12 प्रतिशत बढ़कर 59.69 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। शेयर बाजार के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 1,870.87 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
 

 

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.