Thursday, Mar 30, 2023
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हिमाचल कांग्रेस में एक बार फिर गरमाई राजनीति, हरदीप ही होंगे इंटक के अध्यक्ष

  • Updated on 6/27/2018

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. जी. संजीवा रेड्डी ने हिमाचल इंटक के नए अध्यक्ष के रूप में मनोहर लाल उर्फ बबलू पंडित की नियुक्ति को खारिज कर दिया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बबलू पंडित की नियुक्ति उक्त पद पर सोमवार को की थी और एक दिन बाद ही इस मसले पर इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्र जारी कर स्थिति स्पष्ट की है। 

ऐसा होने से हिमाचल कांगे्रस में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हरदीप बावा 20 मार्च, 2020 तक इंटक के प्रदेशाध्यक्ष बने रहेंगे। इस बारे उन्होंने हरदीप बावा के समर्थन में एक पत्र भी लिखा है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस पत्र को ही असंवैधानिक करार दे दिया है। 

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उनका कहना है कि जो व्यक्ति कांग्रेस का सदस्य ही नहीं है वह इंटक का अध्यक्ष नहीं हो सकता क्योंकि इंटक कांग्रेस का अग्रणी संगठन है। इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. रेड्डी ने पत्र जारी कर कहा है कि बावा हरदीप सिंह ही  इंटक प्रदेश अध्यक्ष हैं और वह इस पद पर बने रहेंगे। 

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रेड्डी ने पत्र के माध्यम से अवगत करवाया है कि 20 अगस्त, 2017 को प्रदेश इंटक अध्यक्ष के लिए बिलासपुर में चुनाव हुए थे तो बावा हरदीप सिंह को जीत मिली थी। इंटक संविधान के तहत प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल के लिए होता है।

यानी बावा हरदीप सिंह 2020 तक इस पद पर बने रहेेंगे। ऐसा होने से पार्टी में फिर घमासान छिड़ गया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि बबलू पंडित के नेतृत्व वाली इंटक को ही कांग्रेस का समर्थन होगा। इससे अब प्रदेश में इंटक के समानांतर गुटों में बंटने की संभावना बढ़ गई है। 

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चुनाव न होने तक बबलु ही बने रहेंगे अध्यक्ष : सुक्खू 
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुक्खू ने कहा है कि इंटक कांग्रेस की फ्रंटल आर्गेनाइजेशन है। बावा हरदीप सिंह ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा। जिसके चलते उन्हें संगठन से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया था। 

उन्होंने कहा कि ऐसे में निष्कासित किए जाने के बाद वह अध्यक्ष पद पर काबिज नहीं रह सकते क्योंकि फ्रंटल आर्गेनाइजेशन का पदाधिकारी कांग्रेस का प्राथमिक सदस्य होना चाहिए, जब वह सदस्य ही नहीं तो इंटक के अध्यक्ष कैसे बन सकते, ऐसे में पार्टी उन्हें मान्यता नहीं देती। जब तक इंटक के नए अध्यक्ष को लेकर चुनाव नहीं हो जाते तब तक बबलू पंडित कार्यकारी अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। 

बावा बोले, सुक्खू ने नहीं कर सकते इंटक में हस्तक्षेप 
बावा हरदीप सिंह ने कहा कि प्रदेश इंटक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुक्खू हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंटक संविधान के तहत चुनावी प्रक्रिया के बाद ही अध्यक्ष की नियुक्ति की जाती है। बावजूद इसके सुक्खू ने अपने स्तर पर गलत निर्णय लिया है।

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