नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) में रविवार को रेल सेवाएं (railways) पूरी तरह से फिर से शुरू हो गईं। रेलगाड़ी दक्षिण कश्मीर के रास्ते श्रीनगर (Srinagar) से बनिहाल के लिए रवाना हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सुरक्षा कारणों से रेल सेवा तीन महीनों से अधिक समय तक बाधित रही। ट्रेन बनिहाल पहुंचने से पहले श्रीनगर स्टेशन और दक्षिण कश्मीर के स्टेशनों से होकर गुजरी।
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ट्रेन बारामूला से बनिहाल के लिए हुई रवाना रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, ‘घाटी में रेल सेवा आज सुबह पूरी तरह से बहाल हो गई और ट्रेन बारामूला से बनिहाल के लिए रवाना हुई।’ रेलवे ने रेल सेवा शुरू करने से पहले श्रीनगर-बनिहाल मार्ग पर शनिवार को दो बार ट्रॉयल रन किया था और रविवार की सुबह एक और परीक्षण किया गया। रेल सेवा मंगलवार को आंशिक रूप से शुरू हुई थी।
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सुरक्षा कारणों से कश्मीर घाटी में ट्रेन सेवाओं को रोक दिया था अधिकारी ने बताया कि रेलवे को सुरक्षा कारणों से सुबह दस बजे से अपराह्र तीन बजे तक ही ट्रेनों चलाने के निर्देश दिए हैं। अनुच्छेद 370 (Article 370) के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने और पूर्ववर्ती राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांटने संबंधी केन्द्र की घोषणा से पहले तीन अगस्त को सुरक्षा कारणों से कश्मीर घाटी में ट्रेन सेवाओं को रोक दिया गया था।
धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा जनजीवन केन्द्र सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और 35-ए को 5 अगस्त को निष्प्रभावी करने के निर्णय के बाद कश्मीर में अब धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। ठंड की दस्तक के साथ 3 किलोमीटर लम्बी ऐतिहासिक रविवार मार्कीट में सैंकड़ों लोग जैकेट और अन्य गर्म कपड़ों की खरीदारी करते हुए भी दिखाई दिए।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा-144 अभी भी लागू एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घाटी के किसी भी इलाके में रविवार को कफ्र्यू नहीं लगाया गया है, लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने कई क्षेत्रों में 4 से अधिक लोगोंं केे एकत्र होने से रोकने के लिए धारा-144 लगा रखी है। शहर-ए-खास की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी दरवाजे हालांकि अभी भी बंद हैं।
प्रदर्शन रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती मिया बाजार और जामिया मस्जिद के पास वाले इलाकों में किसी भी तरह के प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। 5 अगस्त के बाद से लगे प्रतिबंधों के चलते जामिया मस्जिद में नमाज भी अदा नहीं की गई है। शहर और विशेष रूप से सिविल लाइंस तथा मुख्य क्षेत्रों में कई दुकानें दिन भर खुली रहीं।
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