नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश आर. वी. रवींद्रन ने बृहस्पतिवार को कहा कि पेगासस जासूसी जांच की निगरानी के बारे में उन्हें अभी आदेश प्राप्त नहीं हुआ है, इसलिए वह इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते । शीर्ष अदालत ने उन्हें भारत में चुनिंदा हस्तियों की जासूसी के लिए इजराइली स्पाइवेयर पेगासस के कथित इस्तेमाल की जांच की निगरानी का काम सौंपा है।
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जांच के बारे में एक सवाल पर जस्टिस रवींद्रन ने कहा, ‘‘मुझे आदेश प्राप्त नहीं हुआ है, इसलिए मुझे पता नहीं है।’’ 75 वर्षीय सेवानिवृत्त न्यायाधीश ने कहा, ‘‘जब तक मुझे आदेश और संदेश नहीं मिलता है मुझे कुछ पता नहीं होगा।’’
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प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण की अध्यक्षता वाली पीठ ने बुधवार को कई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए आरोपों की जांच के लिए साइबर विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया और राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामले की जांच की निगरानी का काम जस्टिस रवींद्रन को सौंपा।
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