Thursday, Sep 28, 2023
-->
kanhaiya kumar cpim express pain of migrants workers trap in corona virus lockdown 3 rkdnst

कन्हैया कुमार ने लॉकडाउन के सताए मजदूरों का दर्द कुछ इस तरह किया बयान

  • Updated on 5/10/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार कोरोना लॉकडाउन को लेकर खुश नहीं लग रहे हैं। उन्हें गरीब मजदूरों के पालयन की चिंता सताने लगी है। सोशल मीडिया पर कन्हैया कुमार अपने जज्बातों को शेयर कर रहे हैं और राजनीति के साथ शहरी व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने लॉकडाउन के सताए मजदूरों का दर्द बयान भी किया है। 

महुआ मोइत्रा बोलीं- सुप्रीम कोर्ट घरों में शराब सप्लाई पर सुनवाई करेगी, लेकिन प्रवासी....

लॉकडाउन 3.0 : 17 मई के बाद कौन सा रास्ता अपनाएगी मोदी सरकार, बहस शुरू

अपने ट्वीट में वह लिखते हैं, 'प्रवासी मजदूरों को शहर में भी बाहरी कहा जाता है और गाँव से पलायन कर जाने के कारण वो वहाँ के लिए भी परदेसी बन जाते हैं। अपने देश में ही प्रवासी बन गए इन मजदूरों का दर्द ये है कि लॉकडाउन ने शहर को इनके लिए रहने लायक नहीं छोड़ा और महामारी की आशंका इनको गाँव में घुसने नहीं दे रही।'

LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर को पद से मुक्त करने के दिए निर्देश

AAP महिला नेता ने @pokershash के खिलाफ दर्ज कराई FIR, प्रशांत भूषण का मिला साथ

अपने दूसरे ट्वीट में कन्हैया कुमार लिखते हैं, 'कोरोना ने समाज के एक बड़े तबके को बुरी तरह से प्रभावित किया है। खासकर गरीबों-मजदूरों के लिए यह जीने-मरने का सवाल बन चुका है। अपने घर लौटने की जद्दोजहद में लगातार मजदूरों की जान जा रही है, सत्ता व समाज को इसे गंभीरता से लेना चाहिए वरना मानवता की हमारी सारी दलीलें खोखली साबित होगी।'

अमित मालवीय बोले- ममता नहीं कर रही हैं प्रेस कांफ्रेंस, लोगों ने पूछा- PM का क्या?

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.