नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। जेएनयू छात्र संगठन के पूर्व नेता कन्हैया कुमार ने फिर से इशारों-इशारों में केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार पर तंज कसा है। सीपीआईएम के नेता कन्हैया ने कहा है कि सरकार को इंसानों से ज्यादा कागज की ज्यादा चिंता रहती है। बता दें कि इससे पहले सीएए, एनआरसी और एनपीआर मुद्दे पर लोगों से नागरिता के लिए कागज दिखाने की मांग की गई थी और अब यूपी में बसों के लिए कागज को लेकर मजदूरों की समस्या को और टालने का प्रयास हो रहा है।
मजदूरों को बिना देर, बिना शर्त और बिना खर्च घर पहुंचाए सरकार : योगेंद्र यादव
समस्या चाहे जो भी हो, हर बार इस सरकार ने ये साबित किया है कि इनको इंसानों से ज्यादा 'कागज़' की परवाह है। — Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) May 20, 2020
समस्या चाहे जो भी हो, हर बार इस सरकार ने ये साबित किया है कि इनको इंसानों से ज्यादा 'कागज़' की परवाह है।
मजदूरों के लिए बसों को लेकर प्रियंका गांधी ने फिर साधा योगी सरकार पर निशाना
सरकारों की नीतियों पर सवाल उठाने वाले कन्हैया कुमार इन दिनों लॉकडाउन की वजह कम ही नजर आ रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर जरुर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। अपने ताजा ट्वीट में वह लिखते हैं, 'समस्या चाहे जो भी हो, हर बार इस सरकार ने ये साबित किया है कि इनको इंसानों से ज्यादा 'कागज़' की परवाह है।'
कांग्रेस नेता को मालिनी अवस्थी ने चेतावनी, बोलीं- मेरे पति की मिसाल देता है पूरा यूपी
इससे पहले उन्होंने मजदूरों के मुद्दे पर एक ट्वीट किया था, 'जब सरकार को यही नहीं मालूम है कि किस राज्य के कितने मजदूर कहाँ काम करते हैं तो फिर उनके कल्याण के लिए की गई घोषणा की हकीकत क्या होने वाली है, इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। सरकार से सिर्फ इतना भर पूछ लें कि देश में मजदूरों की संख्या क्या है? तो भी आपको देशद्रोही कहा जा सकता है!'
AAP सांसद संजय सिंह बोले- मजदूरों के लिए डंडा राज में बदला BJP राज
जब सरकार को यही नहीं मालूम है कि किस राज्य के कितने मजदूर कहाँ काम करते हैं तो फिर उनके कल्याण के लिए की गई घोषणा की हकीकत क्या होने वाली है, इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। सरकार से सिर्फ इतना भर पूछ लें कि देश में मजदूरों की संख्या क्या है? तो भी आपको देशद्रोही कहा जा सकता है! — Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) May 18, 2020
जब सरकार को यही नहीं मालूम है कि किस राज्य के कितने मजदूर कहाँ काम करते हैं तो फिर उनके कल्याण के लिए की गई घोषणा की हकीकत क्या होने वाली है, इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। सरकार से सिर्फ इतना भर पूछ लें कि देश में मजदूरों की संख्या क्या है? तो भी आपको देशद्रोही कहा जा सकता है!
अर्णब गोस्वामी को सुप्रीम कोर्ट ने दिया करारा झटका, उमर-प्रशांत ने जताई खुशी
हैरानी की बात यह है कि केंद्र की मोदी सरकार ने हाल ही में 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया था। इसको लेकर केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पांच दिनों तक लंबी प्रेस वार्ताएं कीं, लेकिन मजदूरों की समस्या का समाधान अभी भी नहीं निकल पाया है। रेल, बसें भले ही खोल दी गई हों, लेकिन मजदूरों को पहुंचाने के लिए सरकारों ने कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं की है। अभी भी लोग तपती धूप में सड़कों पर मीलों पैदल चल रहे हैं।
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
पुलिस हिरासत से रिहा हुए पहलवान जल्द करेंगे अपनी अगली रणनीति का ऐलान
दिल्ली में आदिवासियों के प्रदर्शन के बीच मणिपुर की यात्रा पर इंफाल...
बारिश ने रोका IPL फाइनल, सुपर किंग्स को 215 का लक्ष्य
हरियाणा के जींद मे AAP की तिरंगा यात्रा में शामिल होंगे केजरीवाल
हिमाचल के CM सुक्खू ने दिल्ली में केजरीवाल से की मुलाकात, केंद्रीय...
पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर अनुराग ठाकुर ने रखा...
CBI ने भ्रष्टाचार के मामले में रोल्स-रॉयस, अधिकारियों के खिलाफ दर्ज...
पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का वीडियो देखकर...
शाहबाद डेरी हत्याकांड को लेकर उपराज्यपाल सक्सेना पर बरसे केजरीवाल
भाजपा सरकार बेटी नहीं, बेटी के साथ अपराध करने वालों को बचाती है:...