नई दिल्ली/टीम डिजिटल। किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने आप सरकार से शहर के नौ स्टेडियमों को अस्थायी जेल के तौर पर इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी है। सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सूत्र ने बताया, ‘किसान मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार से नौ स्टेडियमों को अस्थायी जेल के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी है जहां हिरासत में लिए गए तथा गिरफ्तार किए गए किसानों को रखा जा सके।’ केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत शुक्रवार सुबह सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे किसानों के एक समूह को तितर- बितर करने के लिए दिल्ली पुलिस ने आंसू गैस के गोले दोगे।
पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों के दल दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद पंजाब से किसानों के दल हरियाणा में पुलिस के अवरोधकों को तोड़ते हुए शुक्रवार सुबह दिल्ली की दो सीमाओं के निकट पहुंच गए। किसानों ने केन्द्र के कृषि कानूनों के विरोध में ‘दिल्ली चलो’ मार्च का आह्वान किया है।
दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को ही सुरक्षार्किमयों की तैनाती बढ़ा दी थी, और प्रदर्शनकारियों को शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए सिंघू बार्डर (दिल्ली-हरियाणा सीमा) पर बालू से भरे ट्रक और पानी की बौछार करने वाली गाडिय़ां तैनात कर दी गई थीं। साथ ही कंटीले तारों से बाड़ भी लगाई गई है। फरीदाबाद और गुरुग्राम से लगती दिल्ली की सीमा पर भी पुलिस तैनात की गई है।
किसानों और सुरक्षा बलों के बीच टिकरी बॉर्डर पर झड़प, ग्रीन लाइन पर 6 मेट्रो स्टेशन के गेट बंद इसके बावजूद किसानों के दो समूह सिंघू और टिकरी बार्डर के पास पहुंच गए और दिल्ली पुलिस ने उन्हें शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोडे। सिंघू बार्डर पर पहुंचने वाले एक दल में शामिल पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के एक किसान ने कहा,‘हम दिल्ली में प्रवेश करेंगे। हम इन किसान विरोधी कानूनों को रद्द करवाएंगे। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में हमारा स्वागत आंसू गैस के गोलों से किया।
किसान समूह के अनुसार वे रात में कई स्थानों पर ठहरे और पानीपत में पुलिस अवरोधकों को तोड़कर दिल्ली की सीमा के पास तक पहुंचे हैं। रात में दिल्ली से लगभग 100 किलोमीटर दूर पानीपत में और उसके आसपास किसानों का एक बड़ा समूह डेरा डाले रहा और एक दल विभिन्न मार्गों से होता हुआ सोनीपत- दिल्ली सीमा पर पहुंच गया।
हरियाणा के किसानों का एक अन्य दल पानीपत में रात में ठहरने के बाद राज्य भारतीय किसान यूनियन (भकियू) के प्रमुख गुरनाम सिंह के नेतृत्व में दिल्ली की ओर बढ़ा। किसानों का एक और समूह रोहतक जिले से दिल्ली के टिकरी बार्डर पर पहुंच गया है।
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