नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना संकट के बीच आज सुबह आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में हुई गैस लीक की घटना ने देश को एक बार फिर भोपाल गैस त्रासदी की याद दिला दी। इस घटना से लोगों को इस कदर सदमा लगा कि लोगों ने सोशल मीडिया पर इस साल को सबसे बुरा साल घोषित कर दिया।
विशाखापट्टनम में सुबह 3 बजे के आसपास जब लोग गहरी नींद थे तब अचानक लोगों की सांस घुटने लगी और वो खांसते हुए घरों से बाहर भागे और यहां वहां गिरने लगे। प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तब बचाव कार्य शुरू किया गया।
विशाखापट्टनम: लोगों की जान लेने वाली इस जहरीली केमिकल गैस के बारे में जान लीजिए
शुरूआती जांच से पता लगा कि यह रिसाव पास की हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी के प्लांट से हुआ। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 लोग गंभीर हैं। वहीं, 150 बच्चों सहित 300 से ज्यादा लोगों का इलाज चल रहा है। अब तक इस घटना में क्या बड़े अपडेट हुए है आईये हम आपको बताते हैं...
-राहत कार्य और बचाव के बीच पता चला कि गैस वाल्व में दिक्कत के कारण यह हादसा हुआ। इस बारे में विशाखापट्टनम नगर निगम कमिश्नर ने कहा कि पीवीसी या स्टाइरीन गैस लीक हुई है। इसका कारण बताते हुए अधिकारी ने कहा कि कोरोना की वजह से यह केमिकल प्लांट बंद कर दिया गया था जो आज सुबह खुला। इसके बाद टैंको में जमा गैस लीक होने लगी जो बड़ी दुर्घटना का कारण बनी।
विशाखापट्टनम के लिए ऐसे बन गई सुबह जहरीली, सड़कों और नालों में ढूंढे गये लोग...
-वहीँ इस बारे में बचाव कार्य कर रही टीम ने बताया कि उन्हें सुबह 5:30 बजे उन्हें घटना की जानकारी मिली। जिसके बाद उनकी टीम ने वहां पहुचं कर बचाव कार्य शुरू किया। आसपास के गांव से करीब 250 परिवारों को निकाला गया। साथ ही घरों में जाकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। कंपनी के कंपाउंड से 500 लोगों को निकाला गया। जिसमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
विशाखापट्टनम में केमिकल प्लांट से गैस लीक, 8 की मौत 5 हजार से ज्यादा प्रभावित
-जांच में पता चला कि जो गैस लीक हुई वो स्टाइरीन गैस है जो एक एंटीडोट्स है और इस गैस को बेअसर करने के लिए हवा में पानी का छिड़काव किया गया। घटना से दहले वेंकटपुरम गांव को खाली कराया गया। यहां से करीब 700 से ज्यादा लोगों को निकाला गया और 800 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस साथ ही, घटना के कारणों को पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम काम कर रही है।
LIVE- विशाखापट्टनम गैस लीक: PM मोदी ने बुलाई बैठक, 8 की मौत 100 की हालत गंभीर
-वहीँ, इस घटना पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने गैस लीक घटना में मारे गये लोगों के परिजनों के लिए 1 करोड़ रुपये सहायता राशि देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है जो घटना के कारणों की जांच कर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपेगी।
इसके अलावा, जो लोग वेंटिलेटर पर हैं उन्हें 10 लाख की सहायता राशि देने का सीएम ने ऐलान किया है। इसके साथ ही राज्य सरकार की तरह से कहा गया है कि कंपनी से बात कर मृतकों के परिजनों को कंपनी में नौकरी दिलाने की अपील करेगी।
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