Sunday, Mar 26, 2023
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स्कूल-विश्वविद्यालय के लिए भूमि के मानक हुए कम

  • Updated on 12/31/2018

देहरादून/ब्यूरो। अब स्कूल-विश्वविद्यालय और अस्तपाल बनाने के लिए  कम जमीन की जरुरत पडे़गी।सरकार की ओर से जमीन के मानकों में ढील दी गई है।अब 400 वर्ग मीटर भूमि पर नर्सरी स्कूल खोला जा सकेगा। पहले इसके लिए 750 वर्ग मीटर जमीन की जरुरत होती थी।

सोमवार को कैबिनेट ने भूमि के मानकों में ढील देने का प्रस्ताव पास किया। प्राइमरी स्कूल खोलने के लिए अब दो हजार वर्ग मीटर जमीन चाहिए, पहले यह मानक 4 हजार वर्ग मीटर था।मिडिल स्कूल के लिए भूमि का मानक 8 हजार वर्ग मीटर से घटाकर 4 हजार वर्ग मीटर कर दिया गया है। माध्यमिक स्कूल के लिए18 हजार वर्ग मीटर के बजाय अब 15 हजार वर्ग मीटर भूमि चाहिए। विश्वविद्यालय खोलने की चाह रखने वालों के लिए भी राहत की खबर है। अब विश्वविद्यालय के लिए भूमि का मानक एक लाख वर्ग मीटर से घटाकर 75 हजार वर्ग मीटर कर  दिया गया है।

300 वर्ग मीटर भूमि में खोलिए क्लीनिक
अब कोई लैब या क्लीनिक 300 वर्ग मीटर भूमि में खोली जा सकती है। पहले इसके लिए 500 वर्ग मीटर भूमि की जरुरत होती थी।मेटरनिटी होम के लिए पहले एक हजार वर्ग मीटर भूमि की जरुरत होती थी अब यह 750 वर्ग मीटर कर दिया गया है।50 बेड तक के अस्पताल के लिए चार हजार वर्ग मीटर के बजाएअब दो हजार वर्ग मीटर भूमि की जरुरत होगी। 50 से लेकर 200 बेड तक का अस्पताल अब 5 हजार वर्ग मीटर भूमि पर खोला जा सकेगा। पहले इसके लिए 25 हजार वर्ग मीटर भूमि की जरुरत होती थी।

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