Friday, Jun 09, 2023
-->
lata mangeshkar admitted in icu

लता मंगेशकर की हालत गंभीर, ICU में हुई एडमिट

  • Updated on 11/12/2019

नई दिल्ली/टीम डिजिटल।सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की बीती रात अचानक तबीयत बिगड़ गई जिसकी वजह से आज एक बार फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बता दें कि सोमवार तड़के मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) के आई.सी.यू. (ICU) में थी। अस्पताल सूत्रों अनुसार उन्होंने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि 28 सितम्बर को 90 वर्ष की हुईं गायिका की स्थिति नाजुक बनी हुई थी। एक सूत्र ने कहा, उन्हें तड़के 2 बजे अस्पताल लाया गया।

अब वह स्थिर और ठीक है। ’90 वर्षीय गायिका ने अकेले हिंदी में 1,000 से अधिक गीतों के लिए अपनी आवाज दी है, और 2001 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 

हेमा मालिनी ने ट्वीट पर लिखा, 'लता जी के लिए प्रार्थना करें जो कि अभी हाॅस्‍प‍िटल में एडमिट हैं और कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी हालत बहुत क्रिट‍िकल है। भगवान उन्‍हें इस हालत से निकलने में मदद करें और वे दोबारा हमारे बीच वापस आ जाएं। पूरा देश भारत रत्‍न और भारत की कोकिला लता जी के लिए प्रार्थना कर रहा है।

ऐसे की थी करियर की शुरुआत
हिंदी सिनेमा जगत (hindi cinema) में लता मंगेशकर का इतना बड़ा योगदान है कि उनके बिना यह अधूरा होता। 28 सितंबर (28 september) का दिन भारत (india) के लिए बहुत खास है, क्योंकि इसी दिन सुरों की सरताज लता ने इस दुनिया में कदम रखा था।लता की दिल को छू जाने वाली आवाज और उनके गाने आज भी अपना एक अलग अस्तित्व रखते है। लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र में पहली बार साल 1942 में आई मराठी फिल्म ‘पहली मंगलागौर’ में गाना गाया था।

सावरकर के साथ अपने रिश्तों को लेकर बेबाक बोलीं लता मंगेशकर

इसके बाद लता मंगेशकर ने कभी पिछे मुड़कर नहीं देखा। अपने फिल्मी करियर में अब तक वह अनगिनत गानें गा चुकी हैं। देशवासी बेहद खुशनसीब हैं जो उन्हें लता मंगेशकर जैसी स्वरकोकिला का जन्म भारत देश में हुआ। लता दीदी के गानें चाहे नए हो या पुराने सुनकर हमेशा ही आनंद का अहसास होता है। 

अपने जन्मदिन को नहीं मानतीं खास दिन
अपने एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि, "इसमें क्या खास है? बर्थडे का दिन दूसरे दिनों जैसा ही होता है। मैंने कभी खुद को खास नहीं माना। अगर आप लोग ऐसा सोचते हैं तो मेरे लिए ये गर्व की बात है और आप लोगों का बड़प्पन है। मैं बस एक आर्टिस्ट हूं और खुद को और भी बेहतर बनाने की कोशिश करती हूं"।

लता मंगेशकर के नकल न करने वाले बयान पर रानू मंडल ने दिया ये जवाब...

इस वजह से खुद को बनाया बेहतर
जब लता मंगेशकर से पूछा गया कि खुद को आपने कैसे बेहतर बनाया। इसपर उन्होंने बताया, "मेरा स्वभाव बेहद ही उग्र था। बचपन में मैं बहुत गुस्सा करती थी। मैं जल्द ही गुस्सा कर दिया करती थी। समय बदला और मैं बड़ी हो गई। फिर मेरी जिंदगी में एक वक्त ऐसा आया जब मैंने गुस्सा कंट्रोल करना सीख लिया"।

 

comments

.
.
.
.
.