नई दिल्ली/टीम डिजिटल। राकांपा (NCP) के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने शुक्रवार को कहा कि यदि भाजपा (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार बनाने में विफल रहती हैं तो उनकी पार्टी विकल्प देने का प्रयास करेगी। इससे पहले राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार (Ajit Pawar) कह चुके हैं कि पार्टी कांग्रेस (Congress) के साथ विपक्ष में बैठेगी।
NCP leader Nawab Malik: BJP-Shiv-Sena have got people's mandate to form a stable govt in Maharashtra. We want them to form govt and prove majority on the floor of the House. If they are not able to prove majority, then, we will certainly try to form government. #Maharashtra pic.twitter.com/wIBsBCJGfE — ANI (@ANI) November 1, 2019
NCP leader Nawab Malik: BJP-Shiv-Sena have got people's mandate to form a stable govt in Maharashtra. We want them to form govt and prove majority on the floor of the House. If they are not able to prove majority, then, we will certainly try to form government. #Maharashtra pic.twitter.com/wIBsBCJGfE
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मलिक ने भाजपा नेता और मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) पर उनके इस बयान को लेकर प्रहार किया कि यदि महाराष्ट्र में सात नवंबर तक नई सरकार नहीं बनती है तो फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। उन्होंने कहा, "यह कुछ धमकी जैसा लगता है। लोगों ने भाजपा और शिवसेना से सरकार बनाने को कहा है। यदि वे सदन के पटल पर ऐसा करने में विफल रहती हैं तो हम विकल्प देने का प्रयास करेंगे।" वैसे राकांपा नेता ने इसका कोई ब्योरा नहीं दिया।
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भाजपा और शिवसेना ने गठबंधन में 21 अक्टूबर का विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) लड़ा था लेकिन अब मुख्यमंत्री के पद को दोनों के बीच ठन गयी है। शिवसेना चाहती है कि मुख्यमंत्री का पद ढाई साल उसके पास और ढाई साल भाजपा के पास रहे लेकिन भाजपा इस पर राजी नहीं है। भाजपा ने चुनाव में 105 सीटें जीती हैं जबकि शिवसेना महज 56 सीटें जीत कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। दूसरी तरफ राकांपा और कांग्रेस ने क्रमश: 54 और 44 सीटें जीती हैं। विधानसभा में सदस्यों की संख्या 288 है और बहुमत के लिए 145 जरूरी है।
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