नई दिल्ली/टीम डिजिटल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राज्य में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र में विस्तार के मुद्दे को उठाते हुए इसे वापस लेने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ने प्रधानमंत्री से यह भी कहा कि किसी भी सूरत में देश के संघीय ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए। बता दें कि ममता बनर्जी ने आज ही भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी से भी मुलाकात की है। इस मुलाकात को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या स्वामी टीएमसी का दामन थाम सकते हैं।
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प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले वैश्विक उद्योग सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा में हिंसा का मुद्दा भी उठाया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर हमले किए गए हैं।
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Today, Shri @Swamy39 met with our Hon'ble Chairperson @MamataOfficial. Moments from the meeting 👇🏼 pic.twitter.com/HJKND5tz4X — All India Trinamool Congress (@AITCofficial) November 24, 2021
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उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यदि अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष) को हमारी मदद की जरूरत होगी तो हम उन्हें मदद करने को तैयार हैं।’’ बनर्जी ने यह भी स्पष्ट किया प्रधानमंत्री के अलावा उन्होंने किसी अन्य नेता से मिलने का समय नहीं मांगा था क्योंकि उन्हें पता है कि सभी पंजाब चुनावों में व्यस्त होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जब 30 नवंबर को दो दिवसीय दौरे पर महाराष्ट्र जाएंगी तब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करेंगी।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ममता बनर्जी से मुलाकात की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इससे कुछ दिन पहले उन्होंने कोलकाता में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद स्वामी ने कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक परि²श्य के बारे में चर्चा की। दोनों नेताओं ने बैठक के बाद इसकी तस्वीरें भी साझा कीं। भाजपा नेता से जब यह पूछा गया कि क्या वह टीएमसी में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा,‘‘मैं पहले ही उनके साथ हूं। पार्टी में शामिल होने की मुझे जरूरत नहीं है।‘‘
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मंगलवार को कांग्रेस के दो और जनता दल (यूनाइटेड) के एक नेता ने टीएमसी का दामन थाम लिया था। स्वामी ने ट्वीट किया,‘‘मैं जितने भी राजनेताओं से मिला या उनके साथ काम किया, उनमें से ममता बनर्जी जेपी (जयप्रकाश नारायण), मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर, और पीवी नरसिंह राव से मेल खाती हैं। इन नेताओं की कथनी और करनी समान थी। भारतीय राजनीति में यह दुर्लभ गुण है।‘‘ बाद में बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर पश्चिम बंगाल से संबंधित मुद्दों तथा राज्य में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का आदेश वापस लेने पर चर्चा की।
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