नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग करके विभिन्न व्यक्तियों के फोन की कथित टैपिंग की जांच के लिए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार द्वारा गठित दो सदस्यीय आयोग के कामकाज के तौर-तरीकों को इस सप्ताह के अंत में आयोग के सदस्य एवं उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मदन बी लोकुर के साथ बैठकों के दौरान अंतिम रूप दिया जाएगा। आयोग के अन्य सदस्य जस्टिस (सेवानिवृत्त) ज्योतिर्मय भट्टाचार्य ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
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जस्टिस (सेवानिवृत्त) भट्टाचार्य ने पीटीआई को बताया कि जांच आयोग काम कर रहा है और उसने विभिन्न पुलिस अधिकारियों, नेताओं, पत्रकारों, न्यायपालिका के सदस्यों और पश्चिम बंगाल के सामाजिक कार्यकर्ताओं के मोबाइल फोन कथित रूप से इंटरसेप्ट किये जाने के संबंध में जनता से बयान आमंत्रित किये हैं। कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘‘जस्टिस लोकुर इस सप्ताहांत (कोलकाता) आ रहे हैं। इसके बाद हम बैठकें करेंगे जिसमें तौर-तरीकों को अंतिम रूप दिया जाएगा।’’
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इस मुद्दे पर तथ्यों और परिस्थितियों की जानकारी रखने वाले लोगों को बयान देने के लिए आमंत्रित करने के लिए एक नोटिस, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा ‘‘जस्टिस लोकुर और जस्टिस भट्टाचार्य जांच आयोग’’ के गठन पर 26 जुलाई को राजपत्र में अधिसूचना के संदर्भ में बृहस्पतिवार को विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया था। नोटिस में लोगों को 30 दिनों के भीतर अपने बयान देने के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसमें व्यक्ति द्वारा दिये गए बयानों के समर्थन में शपथपत्र भी शामिल होगा।
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जस्टिस (सेवानिवृत्त) भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘कार्यालय पहले ही आवंटित किया जा चुका है और वहां काम चल रहा है। उम्मीद है कि लगभग 10 से 15 दिनों में सब कुछ तैयार हो जाएगा। हालांकि, आयोग कार्य कर रहा है और हमने कार्यभार ग्रहण कर लिया है।’’ उन्होंने कहा कि सुनवाई शुरू होने में थोड़ा समय लगेगा। उन्होंने कहा कि आयोग के लिए बुनियादी ढांचा स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है और सचिवों तथा कुछ अन्य कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है।
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पिछले महीने मीडिया में आयी खबरों में दावा किया गया था कि पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल फोन में घुसपैठ करने और देश भर के नेताओं, सरकारी अधिकारियों और पत्रकारों की निगरानी करने के लिए किया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, राज्य में पहले हुए विधानसभा चुनावों के दौरान टीएमसी सांसद एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर स्पाईवेयर के संभावित लक्ष्य थे।
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