Sunday, Mar 26, 2023
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Mehfil Poetry Dil Se program organized by Jashn e Adab at IIC

मिलनवा कईले राम से पिया...कोई दीवार है न दरवाजा...ने लूटी महफिल

  • Updated on 6/11/2022

नई दिल्ली/पुष्पेंद्र मिश्र। यार की कोई खबर लाता नहीं, दम लबों पर है निकल जाता नहीं ये मेरे जीवन की पहली गजल थी जिसे मैंने अपने घर के पास के एक बीड़ी कारखाने में मजदूरों को गाते सुना। यहीं से म्यूजिक के साथ मेरा सफर शुरू हुआ। ये बात बॉलीवुड अभिनेता रघुवीर यादव ने जश्न ए अदब द्वारा शुक्रवार को आईआईसी में आयोजित महफिल पोएट्री दिल से कार्यक्रम में कही। वह शिक्षाविद, लेखक डॉ आमना से बात कर रहे थे।

थियेटर दुनियां की हर चीज सिखाता है : रघुवीर यादव
उन्होंने सिनेमा में करियर बनाने की सोच रहे युवाओं के लिए कहा थिएटर को देखिए, सीखिए थिएटर दुनियां की हर चीज सिखाता है। अभिनेता बनने के लिए आपको कई जिंदगियां समझनी होंगी। क्योंकि पता नहीं जिंदगी का कौन सा किरदार निभाना पड़ जाए। उन्होंने हमेशा सीखते रहने और सुनने के महत्व पर बल दिया। रघुवीर यादव ने इस दौरान अरे मिलनवा कईले राम से पिया...सुनाया जिसपर दर्शकों ने उनकी खूब वाह वाही की। 

सवालों को संभाला जा रहा है, जवाबों को उछाला जा रहा है...
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मुशायरे का आयोजन किया गया। जिसमें जावेद ने कोई दीवार है न दरवाजा। ऐसा बिखरा है घर का सीराजा।। सुनाकर श्रोताओं की तालियां बटोरी। मुशायरे में कुंवर रंजीत की गजल सवालों को संभाला जा रहा है, जवाबों को उछाला जा रहा है ने लोगों की खूब तारीफ बटोरी। मुशायरे में अमन, आलोक समेत कई बड़े शायरों ने अपनी शायरी और गजल से महफिल को खूबसूरत बनाया। 

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