Thursday, Jun 01, 2023
-->
modi cabinet big decision amidst farmer protest ccea has approved msp of copra pragnt

किसान आंदोलन के बीच मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, नारियल की खेती करने वालों को दिया तोहफा

  • Updated on 1/27/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। देश भर में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में किसानों के हितों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया। इस फैसले में कोपरा यानी सूखे नारियल की खेती करने वाले किसानों को एमएसपी का तोहफा दिया गया। 

किसान हिंसा पर एक्शन में पुलिस, योगेंद्र यादव समेत आधा दर्जन नेता पर केस

कोपरा की MSP बढ़ाने का फैसला
कैबिनेट की बैठक को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में कोपरा निर्माण करने वाले किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। आज एमएसपी में बढ़ोतरी की गई। 375 रुपए से ज्यादा बढ़कर 10,335 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इसकी लागत मूल्य 6805 है। उन्होंने बताया कि बॉल कोपरा को 10,600 रुपए देने का फैसला हुआ है। इसमें 300 रुपए एमएसपी बढ़ाया गया है। इसका लागत मूल्य 6,805 और इसमें 55% वृद्धी हुई है।

जानें ट्रैक्टर रैली हिंसा से पहले और बाद में क्या रही किसान नेताओं की प्रतिक्रिया

दिल्ली पुलिस बताएगी कल क्या क्या हुआ- जावड़ेकर
इसके अलावा जावड़ेकर ने बताया कि दिल्ली पुलिस आज शाम 4 बजे प्रेस वार्ता करेगी और कल किसान रैली के दौरान हिंसा के संबंध में सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा।

दिल्ली आने-जाने वाले ध्यान दें! सुरक्षा कारणों से ये रास्तें है आज भी बंद

अमित शाह ने ली बैठक, हालातों को काबू के लिए दिए निर्देश
बता दें कि राजधानी में करीब अलग अलग जगहों पर बिगड़े हालातों पर गृह मंत्री अमित शाह ने आतंरिक सचिव, गृह सचिव और दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ बैठक की। बैठक के बाद दिल्ली पुलिस को हालातों पर काबू पाने के लिए 22 कंपनियां अतिरिक्त पैरामिलट्री फोर्स दी गई, साथ ही लॉ आर्डर को संभालने के लिए कहा।

सूत्रों के मुताबिक बैठक में गृहमंत्री ने कहा है जो भी उपद्रवी है उनकी पहचान की जाए और तत्काल उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिसके बाद दिल्ली पुलिस वीडियों के जरिए उपद्रवियों की पहचान  शुरू कर दी है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने कहा है बुधवार के दिन भी सुरक्षा कारणों के चलते कई रूट बंद रहेंगे और लुटियन जोन में प्रवेश प्रतिबंधित होगा।

आचार्य प्रमोद का तंज-  लाल किले का इतना “अपमान” तो किसी “कमजोर” PM के दौर में भी नहीं हुआ

लाल किले के हुड़दंग में 40 पुलिसकर्मी घायल
करीब 1:30 बजे तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन आईटीओ पुलिस हेड क्वार्टर से शुरू हुए हंगामे के बाद हजारों की संख्या में लोग चांदनी चौक और सिविल लाइन के रास्ते लाल किले पर पहुंचे और एकाएक उसके दरवाजे की एंट्री पर लगी बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। इसमें से कुछ पैदल, कुछ ट्रैक्टर और यहां तक कि कुछ घोड़ों पर सवार होकर वहां पहुंचे थे। जिसके बाद हजारों की संख्या में किसान लाल किले की दीवारों पर चढ़ गए और उसे अपने कब्जे में ले लिया।

किसान ध्वज स्तंभ पर भी चढ़ गए। इसी बीच एक युवक ने लाल किले में ध्वज स्तंभ पर एक त्रिकोण आकार का झंडा फहरा दिया। पुलिस के अधिकारी और पैरामिलिट्री फोर्स मौके पर पहुंची और किसानों को हटाने की कोशिश की तभी हंगामा शुरू हो गया हो गया। मौके पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग किया गया। इस मौके पर पुलिस और किसानों की भिड़ंत में 40 से अधिक पुलिसकर्मी और 15 से ज्यादा किसान गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

हिंसा से आहत संयुक्त किसान मोर्चा ने तत्काल प्रभाव से किसान ट्रैक्टर परेड वापस ली

किसानों ने तोड़ा पुलिस का विश्वास
स्थिति की समीक्षा के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने आंतरिक सुरक्षा पर बैठक की जिसमें गृह सचिव अजय भल्ला, पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव भी मौजूद थे। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रैली निकालने नहीं दी। वहीं पुलिस ने कहा है कि किसानों ने उनके विश्वास को तोड़ा और तय 37 शर्तों में से एक का भी पालन नहीं किया। पूरी घटना को लेकर अब तक 15 एफ आई आर दर्ज की गई है। राजधानी दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

यहां पढ़ें अन्य बड़ी खबरें...

comments

.
.
.
.
.