नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के कृषि कानून को वापस लेने की मांग के बीच केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि की राशि ट्रांसफर की है। हालांकि केंद्र सरकार की यह स्कीम कोई नई नहीं है। पहले से ही केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि के तहत हर साल 6,000 रुपये दे रही है।
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लेकिन जब दिल्ली की दहलीज पर किसान आंदोलन के मूड में पिछले 30 दिनों से डेरा डाले है,ऐसे में सरकार और सत्ताधारी पार्टी बीजेपी की सक्रियता को किसानों को मनाने की एक कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि किसान सम्मान निधि पर आंदोलन रत किसान किस तरह की प्रतिक्रिया देते है। जिस तरह से केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत बंद हो गई है उससे आंदोलन लंबा खिंचा जा सकता है। हालांकि केंद्र सरकार ने फिर साफ किया है कि एमएसपी समाप्त नहीं की जाएगी। केंद्र सरकार किसानों से फिर से बातचीत करना चाहती है।
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बता दें कि आज एक कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों को 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किये है। उन्होंने देश के अलग-अलग राज्यों के 9 करोड़ किसानों को यह राशि ट्रांसफर की है। यह राशि किसान सम्मान निधि की नई किस्त के तहत दी गई है। उधर बीजेपी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर आज किसान चौपाल का आयोजन किया है।
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