नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। देश के मशहूर शायर मुनव्वर राणा कोरोना संकट के बीच लोकसभा सांसद व समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान और उनके परिवार के बचाव में उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि आजम और उनके परिवार के साथ आतंकियों जैसा बर्ताव नहीं किया जाए। राणा का मानना है कि उनके खिलाफ मुकदमें झूठे हैं और इसके जरिए सपा नेता की छवि खराब की जा रही है।
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आज़म खान और उनके ख़ानदान के साथ आतंकवादियों जैसा सुलूक ना किया जाए। झूठे मुक़दमों में अदालत का वक़्त और किरदार बिगाड़ने वालों को सज़ा दी जाए। वरना सियासी बदलेबाज़ी इस मुल्क को ऐसे खा जाएगी जैसे दीमक किताबों को। उनको जेल में रखना पार्लियामेंट और असेम्बली दोनों की तौहीन है। — Munawwar Rana (@MunawwarRana) May 11, 2020
आज़म खान और उनके ख़ानदान के साथ आतंकवादियों जैसा सुलूक ना किया जाए। झूठे मुक़दमों में अदालत का वक़्त और किरदार बिगाड़ने वालों को सज़ा दी जाए। वरना सियासी बदलेबाज़ी इस मुल्क को ऐसे खा जाएगी जैसे दीमक किताबों को। उनको जेल में रखना पार्लियामेंट और असेम्बली दोनों की तौहीन है।
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मशहू शायर यहीं नहीं रुकते हैं। वह आगे चेतावनी देते हुए कहते हैं कि राजनीतिक प्रतिशोध इस देश को दीमक की तरह चट कर जाएगी। उनका यह भी कहना है कि आजम खान को जेल में रखना संसद और विधानसभा दोनों का ही अपमान है। बता दें कि आजम खान और उनके परिवार के खिलाफ भाजपा की योगी सरकार ने कई मुकदमे किए हैं। इस समय आजम खान जेल में बंद हैं।
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मुनव्वर राणा का ट्वीट कुछ इस प्रकार है, 'आज़म खान और उनके ख़ानदान के साथ आतंकवादियों जैसा सुलूक ना किया जाए। झूठे मुक़दमों में अदालत का वक़्त और किरदार बिगाड़ने वालों को सज़ा दी जाए। वरना सियासी बदलेबाज़ी इस मुल्क को ऐसे खा जाएगी जैसे दीमक किताबों को। उनको जेल में रखना पार्लियामेंट और असेम्बली दोनों की तौहीन है।'
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बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट अलग-अलग जन्मतिथि से दो पैन कार्ड बनाने के आरोप में आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam) के निर्वाचन को रद्द कर चुकी है। अब्दुल्ला पर आरोप था कि उन्होंने फर्जी सर्टिफिकेट्स (Fake Certificates) के जरिए चुनाव लड़ा। जिस समय अब्दुल्ला ने चुनाव लड़ा था तब वह न्यूनतम निर्धारित उम्र 25 वर्ष के नहीं थे।
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