Tuesday, Oct 03, 2023
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लखनऊ से दिल्ली तक आखिर इन मुलाकातों के क्या हैं मायने, जानें विस्तार से...

  • Updated on 6/10/2021

नई दिल्ली/कुमार आलोक भास्कर। अगले साल उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है। जिसको लेकर बीजेपी पूरी तरह सजग नजर आ रही है। वहीं उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के अचानक दिल्ली पहुंचने से राजधानी के सियासी पारा तेज हो गए है। यहीं नहीं एक तरफ योगी आदित्यनाथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करते है। तो दूसरी तरफ एक हाईप्रोफाईल मीटिंग पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच भी हुई है। इस सबके बीच अपना दल(एस) की नेता अनुप्रिया पटेल ने भी अमित शाह से मुलाकात करके राजनीतिक हवा को गति प्रदान की है।

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जब बीएल संतोष पहुंचे लखनऊ तो...

बता दें कि दिल्ली में ऐसे समय में यह मुलाकात हो रही है जब कुछ ही दिन पहले बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष तीन दिन तक लखनऊ में प्रवास करके योगी सरकार की सरकार से लेकर संगठन पर पैनी नजर से निगाहें रखी। वहीं दोनों डिप्टी सीएम से मुलाकात की। जिसके बाद उनके दिल्ली आने पर केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट सौंपी। जिसके बाद जेपी नड्डा ने भी संघ के नेताओं से यूपी चुनाव को लेकर चर्चा की।

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यूपी के संगठन और सरकार में बदलाव संभव

मालूम हो कि योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी,नड्डा से मुलाकात करेंगे। ठीक इस बैठक से पहले जेपी नड्डा के पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के कई  सियासी मायनें निकाले जा रहे है। माना जा रहा है कि हाल के दिनों में योगी आदित्यनाथ और बीजेपी आलाकमान के बीच अरविंद शर्मा के यूपी कैबिनेट में शामिल करने को लेकर गणित ठीक से बैठ नहीं पा रहे है। हालांकि योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से मोदी के खास नौकरशाह को कैबिनेट में शामिल नहीं किया। उससे मोदी-शाह-नड्डा कथित तौर पर नाराज चल रहे है। इसी वजह से बीते 5 जून को जब योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन था तो उस दिन मोदी-शाह-नड्डा ने ट्विटर पर शुभकामनाएं भी नहीं दी। जिससे लखनऊ और दिल्ली में दूरी बढ़ने से जोड़कर देखा गय़ा। खैर जल्द ही यूपी में संगठन से लेकर कैबिनट तक बदलाव दिखे तो आश्चर्य नहीं होगा।  

 

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