Tuesday, Mar 21, 2023
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National Pollution Control Day: जानें प्रदूषण को कंट्रोल करने का तरीका, भूलकर भी न करें ये काम

  • Updated on 12/2/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। देश सहित दुनिया में हर दिन प्रदूषण (Pollution) तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली, दुनिया में सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे स्थान पर है, बढ़ते प्रदूषण का कारण हैं पटाखों का जलना, सड़कों पर चलने वाली गाड़ियां, बमों का फटना, उद्योग के माध्यम से गैसों का रिसाव। मौजूदा समय में प्रदूषण की समस्या हर दिन तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में यह सरकार और आम जनता की जिम्मेदारी है कि प्रदूषण को कम करने के लिए उपाय करें। 

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इसलिए मनाया जाता है नैशनल पॉल्यूशन कंट्रोल डे
ऐसे में हर साल 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण रोकथाम दिवस यानी नैशनल पलूशन कंट्रोल डे मनाया जाता है। जिसका मुख्य मकसद लोगों में हवा, पानी, मिट्टी और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रति जागरुकता फैलाना है। वहीं इस नैशनल पलूशन कंट्रोल डे का भोपाल गैस त्रासदी से खास कनेक्शन है। दरअसल इसे इस त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों की याद में मनाया जाता है। 

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प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए करें ये काम
बढ़ते प्रदूषण के कारण आज बहुत बूरे हालाक है, लोग जहरीली हवा में सांस ले रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में स्थिति हर दिन खराब हो रही हैं ऐसे में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जरूरी उपाए करना बेहद जरूरी है।

प्रदूषण को लेकर लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है, लोगों को बताया जाए कि अच्छी क्वालिटी का मास्क इस्तेमाल करें। साथ ही खुले में कूड़ा, पॉलीथीन और अन्य प्लास्टिक कचरा न जलाएं।

वहीं कोयले के इस्तेमाल से प्रदूषण फैलता है ऐसे में इसके इस्तेमाल से बचें। बता दें कि कोयले को जलाने से 40 फीसदी से भी अधिक कार्बन और फ्लाई निकलता है।

आपके पास जो भी गाड़ी है उसकी समय-समय पर सर्विसिंग करवाते रहें, साथ ही उच्छी क्वालिटी का डीजल और पेट्रोल इस्तेमाल करें। वहीं अपने वाहनों का पॉल्यूशन भी चेक करवाएं। अगर किसी फैस्ट्री में चिमनी है तो उसकी उचाई 20 मीटर से अधिक न रखें।

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प्रदूषण से बचने के उपाए
इससे अलावा प्रदूषण को रोकने के साथ-साथ इससे बचाव भी बहुत जरूरी है। प्रदूषण में मॉर्निंग और ईवनिंग वॉक के लिए बाहर न निकलें और एक्सर्साइज भी घर पर ही करें। अगर सुबह पार्क में घूमने जाना है तो तभी निकलें जब ओस पड़ी हो। ओस प्रदूषण की एक परत खत्म कर देती है।

बाहर नकलने समय मास्क लगाकर रखें अग प्रदूषण का स्तर अधिक है तो घर में भी मास्क लगाकर रखें। क्योंकि हवा में घुले जहरीले तत्व सांस के जरिए फेफड़ों और शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और वहां चिपक जाते हैं। इससे सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

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मास्क का इस्तेमाल है जरूरी
दूषित हवा में सांस लेने से जहरीले तत्व शरीर के अंदर खून में जाकर मिल जाते हैं, जिससे ब्लड इंफेक्शन के साथ-साथ दिल से संबंधित बीमारियां होने का खतरा है ऐसे में मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए।

प्रदूषित हवा में सांस लेने के कारण गले में सबसे अधिक धूल के कण जमा हो जाते हैं। इससे गले में परेशानी हो जाती है। ऐसे में रोज खाने के बाद गुड़ का इस्तेमाल करें। इसके अलावा मुलेठी भी चबा सकते हैं।
कभी भी खाली पेट घर से न निकलें कुछ न कुछ जरूर खा लें। 

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