नई दिल्ली/टीम टिडिटल। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पिछले साल हुए पुलवामा (Pulwama) आंतकी हमले के जुड़े मामले में एक बाप और उसकी बेटी को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी का आरोप कि इन दोनों पुलवामा में विस्फोट करने वाले आतंकियो की मद्द की थी। फरवरी 2019 में हुए इस फियादीन हमले में अर्धसैनिक बल के 40 जवान मारे गए थे। पिछले वर्ष 14 फरवरी को हुए इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी आदिल अहमद डार ने विस्फोटक से लदी अपनी कार से सीआरपीएफ के काफिले को टक्कर मार दी थी। Coronavirus: दिल्ली के बाद आगरा पहुंचा वायरस, 6 लोगों में मिले कोरोना के लक्षण
पिता- पुत्री हैं आरोपी आदिल का अंतिम वीडियो आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान से जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने जारी किया था। जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि वीडियो दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के हदकीपोरा स्थित एक मकान में शूट हुआ है। यह मकान गिरफ्तार किए गए पिता-पुत्री तारिक अहमद शाह और इंशा जान का है। पेशे से ट्रक चालक शाह ने बताया कि आदिल अहमद डार, पाकिस्तानी आतंकवादी और आईईडी (IED) बनाने वाले मोहम्मद उमर फारुक, अन्य पाकिस्तानी आतंकवादी कामरान, पुलवामा के रहने वाले जैश के आतंकवादी समीर अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी इस्माइल उर्फ इब्राहिम उर्फ अदनान ने उनके मकान का इस्तेमाल किया था। 'सूर्यवंशी' के स्टार अक्षय कुमार पुलिसवाले के रोल में इन फिल्मों में भी मचा चुके हैं धमाल
फारुक और कामरान को सुरक्षाबलों ने मार गिराया फारुक और कामरान दोनों ही सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। एनआईए के प्रवक्ता का कहना है कि शाह ने आतंकवादियों को अपने घर में पनाह देकर उनकी मदद की। आतंकवादियों ने उसके घर में ही सीआरपीएफ के काफिले पर हमले की योजना बनायी और फिदायीन आदिल अहमद डार की वीडियो बनायी। इस वीडियो को जैश ने पुलवामा हमले के तुरंत बाद जारी किया था। दिल्ली हिंसा पर संसद में दो महिला सांसदों के बीच दंगल, जानिए क्या है पूरा मामला
आतंकवादियों का दिया साथ उन्होंने कहा कि इंशा जान ने भी आतंकवादियों का साथ दिया। साल 2018-19 में 15 से ज्यादा अवसरों पर घर में दो से चार दिन ठहरने के दौरान उन्हें भोजन और अन्य चीजें मुहैया करायीं। प्रवक्ता ने कहा, ‘शुरुआती जांच से पता चला है कि इंशा जान आईईडी बनाने वाले मोहम्मद उमर फारुक के जिंदा रहते हुए टेलीफोन (Telephone) और अन्य सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से लगातार उसके संपर्क में थी।’’ दोनों गिरफ्तारियों ने इस मामले की जांच में नयी जान फूंक दी है क्योंकि हमले में शामिल या उसकी साजिश करने वाले पांच लोगों के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के कारण इसकी जांच के सभी सिरे बंद हो गए थे।
आंदोलनरत किसानों की ना के बीच SC द्वारा नियुक्त कमेटी की पहली बैठक की...
पश्चिम बंगालः टीका लगाने के बाद नर्स हुई बेहोश, मेडिकल टीम गठित
केजरीवाल सरकार ने किया साफ- किसी को टीका लगवाने के लिए नहीं कर सकते...
हरीश साल्वे बोले- अदालतों को स्वीकार करनी चाहिए सार्वजनिक आलोचना,...
पश्चिम बंगाल चुनाव : कांग्रेस और वाम मोर्चा के नेताओं की सीट बंटवारे...
कश्मीरी छात्राओं की टिप्पणी मामले में पुलिस ने लगाई अंतिम रिपोर्ट,...
दिल्ली में खतरा! 26 जनवरी को निशाने पर लेने के फिराक में आतंकी,...
तीनों कृषि कानून रद्द होने तक खत्म नहीं होगा किसान आंदोलन- राकेश टिकैत
अधिकांश किसान और विशेषज्ञ कृषि कानूनों के पक्ष में, नहीं करेंगे रद्द-...
Afternoon Bulletin: सिर्फ एक क्लिक में पढ़ें, अभी तक की बड़ी खबरें