नई दिल्ली/टीम डिजिटल। चीन और अमेरिका के बीच दक्षिण चीन सागर को लेकर मची खींचतान के बीच चीन की दादागीरी के खिलाफ बढ़ा कदम उठाया है। अमेरिका ने अपने सबसे बड़े युद्धपोत यूएसएस निमित्ज को अंडमान सागर में उतार दिया है।
ये विशाल युद्धपोत घातक मिसाइलों से लैस निमित्ज 90 फाइटर जेट, 3000 नौसैनिकों के साथ मलक्का स्ट्रेट के रास्ते अंडमान-निकोबार के पास पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि ये अमेरिकी विमानवाहक पोत भारत के साथ युद्धाभ्यास कर सकता है।
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अमेरिका का चीन को संदेश अमेरिका ने अपने सबसे बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर को हिंद महासागर में भेजकर चीन को कड़ा संदेश दिया है। बताया जा रहा है कि जिस मलक्का स्ट्रेट के रास्ते ये अमेरिकी विमानवाहक पोत अंडमान निकोबार द्वीप समूह पहुंचा है वहां से चीन का सबसे अधिक समुद्री व्यापार होता है।
ये संकरा रास्ता मलेशिया और इंडोनेशिया के बीच स्थित है और यही से ही तेल की सप्लाई चीन और जापान जैसे देशों को होती है और अब अगर चीन ने कोई भी हरकत करने की कोशिश की तो अमेरिका-भारत चीन को मलक्का स्ट्रेट में घेर सकते हैं।
भारत-अमेरिका का युद्धाभ्यास बताया जा रहा है कि भारतीय नौसेना के साथ मिलकर अंडमान सागर में अमेरिकी नौसेना का ये युद्धपोत नौसैनिक अभ्यास कर सकता है। ये अभ्यास कुछ वैसा ही होगा जैसा जून महीने में इंडियन नेवी ने जापान के साथ किया था। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारतीय नेवी ने ड्रिल की है। इसमें सबमरीन ढूंढनेवाला एयरक्राफ्ट Poseidon-8I, एमके-54 लाइटवेट टोरपीडोज आदि ने भी इसमें हिस्सा लिया था।
शक्तिशाली है यूएसएस निमित्ज परमाणु शक्ति से चलने वाले इस एयरक्राफ्ट कैरियर को अमेरिकी नौसेना में बहुत ताकतवर माना जाता है। अमेरिका के सुपरकैरियर्स में यूएसएस निमित्ज को 3 मई 1975 को कमीशन किया गया था। ये अकेले अपने दम पर कई देशों को बर्बाद करने की ताकत रखता है।
ये 332 मीटर लंबा है। इस पर F-18 समेत 90 लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स के अलावा करीब 3000 नौसैनिक तैनात होते हैं। ये अमेरिका का सबसे पुराना एयरक्राफ्ट कैरियर है, जिसकी अधिकतम रफ्तार 58 किमी प्रतिघंटा है।
चीन को घेर सकते हैं क्वाड देश चीन से तंग आ चुके देशों में भारत और अमेरिका के अलावा जापान भी है जो चीन को ऑस्ट्रेलिया हिंद महासागर में घेरने के लिए तैयार बैठा है। बता दें, ये चारों देश द क्वॉड्रिलैटरल सिक्यॉरिटी डायलॉग (क्वॉड) के सदस्य हैं।
जानकारों की माने तो चीन की नापाक हरकतों को रोकने के लिए भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया को क्वाड को एक सैनिक संगठन का रूप लेना होगा। इसमें न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और वियतनाम को भी शामिल किया जा सकता है और इसी बात से चीन इस ग्रुप से चिढ़ा हुआ है और इसका विरोध कर रहा है।
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