Thursday, Mar 30, 2023
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now let us know, an attempt to break the taboos of menstruation

अब पता चलने दो से मासिक धर्म की वर्जनाओं को तोडऩे का प्रयास

  • Updated on 2/6/2022

नई दिल्ली। टीम डिजिटल। मासिक धर्म से जुड़ी वर्जनाओं को खत्म करने और माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता पर लोगों को जागरूकर करने के लिए सच्ची सहेली के साथ मिलकर दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विभाग (डब्ल्यूसीडी), दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डीसीपीसीआर) सहित तकरीबन 100 सरकारी व गैर सरकारी संगठनों, स्कूलों व कॉलेजों ने मासिक धर्म स्वास्थ्य जागरूकता दिवस को हैप्पी पीरियड्स डे के रूप में मनाया। जिसका विषय था अब पता चलने दो।
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जागरूक करने के लिए हाथ पर रेड स्पॉट लगाकर सोशल मीडिया पर फोटो की शेयर
महामारी की स्थिति के कारण 27 जनवरी से शुरू होकर 5 फरवरी 2022 तक पूरे अभियान को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर चलाया जा गया। सोशल मीडिया पर हैशटैग अब पता चलने दो के साथ लोगों ने अपने हाथ पर रेड स्पॉट लगाकर फोटो शेयर की ताकि माहवारी के प्रति सोच बदल सके। डब्ल्यूसीडी की डायरेक्टर डॉक्टर रश्मि सिंह और डीसीपीसीआर के चैयरमेन अनुराग कुंडू ने भी इस अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसके अलावा डीयू के 7 प्रमुख महाविद्यालय जैसे शहीद राजगुरू, भास्कराचार्य, लेडी श्रीराम, जेआईएमएस, अंबेडकर विश्वविद्यालय, एएसएन पब्लिक स्कूल के छात्रों ने भी हिस्सा लिया।
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महावारी के बारे में सिर उठाकर बात करें : डॉ. सुरभि
सच्ची सहेली संस्था की अध्यक्ष अैर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुरभि ने कहा कि हमारा मकसद लोगों व खासकर महिलाओं व बच्चियों को जागरूकर करना है ताकि वो सिर उठाकर गर्व से माहवारी के बारे में बात कर सकें और दूसरा उसे ये मालूम हो जाए की उन्हें माहवारी आती क्यों है। इसके बारे में क्या नार्मल, अबनॉर्मल या आलार्मिंग है क्योंकि जागरूकता का कम से कम इतना स्तर तो हमें बढ़ाना ही होगा की लोगों को अपने शरीर के बारे में सही जानकारी हो और अज्ञानता या शर्म की वजह से उन्हें कोई तकलीफ न उठानी पड़े।

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