Monday, Sep 25, 2023
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पुरानी दिल्ली की बिना उबली चाय के लोग हैं दीवाने

  • Updated on 8/27/2021

नई दिल्ली/ चांदनी कुमारी। आप हर जगह देखते होंगे कि चाय को खूब उबाली जाती है पहले चाय पत्ती चीनी को उसके बाद उसमें दूध डालकर खूब उबालने के बाद चाय परोसी जाती है। लेकिन हम आज बात कर रहे हैं  पुरानी दिल्ली की जामा मस्जिद के मटिया महल वाली गलियों की।

जहां चाय उबाली नहीं जाती है बल्कि दूध को गाढ़ा किया जाता है और चाय पत्ती को पानी में सिर्फ उबाली जाती है। जामा मस्जिद गेट नं 1 के सामने से एक गली जाती उस गली में तीन से चार दुकान छोड़ने के बाद ही आपको हाजी चाय प्वाइंट मिल जाएगा। कहां जाता है यहां का चाय देश में नहीं विदेशों में भी बहुत फेमस है। यहां यहां चाय पीने वाले बताते हैं कि जो दिन में दो या तीन चाय पिता है वह यहां का एक स्पेशल चाय पी ले तो उसे पूरे दिन दूसरी चाय पीने का मन नहीं करता है। 

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सुलेमानी चाय और स्पेशल चाय यहां मिलता है खास
हाजी चाय प्वाइंट के मालिक 45 साल के मोहम्मद असलम कुरैशी का कहना है कि यह दुकान सन 1948 से चली आ रही है इस दुकान को मेरे वालिद ने शुरू किया था। उसके बाद मेरे बड़े भाई इस दुकान को चलाते थे और अब मैं इस दुकान को चल रहा हूं।

पहले इस दुकान पर सिर्फ लस्सी और दूध ही मिलता था  लेकिन सन 1955 में हमने यहां पर चाय का भी  काम शुरू कर दिया। तब यह आंदोलन का अड्डा हुआ करता था कई आंदोलनकारी आकर चाय पर यहां चर्चा किया करते थे।

धीरे- धीरे फिर हम कई चीजें बेचने लगे लेकिन आज भी यहां की चाय सबसे ज्यादा फेमस है क्योंकि यहां चार तरह की चाय मिलती है। स्पेशल चाय, ऑडिनरी चाय, सुलेमानी चाय और काली चाय उसके अलावा सिर्फ सर्दियों के मौसम में यहां पर कश्मीरी चाय भी मिलती है।  

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सुबह 4 बजे से रात 2 बजे तक खुली रहती है दुकान 
दुकान सुबह चार बजे खुलती और रात 2 बजे तक चलती रहती है सुबह में चाय, सूजी की पुड़ी और सूजी का हलवा आलू की सब्जी के साथ परोसते हैं। दोपहर दो बजे के बाद यहां लस्सी, रबड़ी, शाही टुकड़ा आदि मिलता है। चाय सुबह चार बजे से रात 2 बजे तक बिकती है।

सबसे ज्यादा स्पेशल चाय की डिमांड है। स्पेशल चाय बनाने के लिए 1 लीटर दूध को गाढ़ा कर के 500 ग्राम तक कर देते है उसके बाद उसकी दो चम्मच मलाई को कप में डालते हैं और साथ ही चाय पत्ती केतली में उबालते रहते हैं। लगभग आधे से एक घंटा तक उबालने के बाद उसे मलाई वाली कप में डालते हैं उसके बाद स्वाद के अनुसार चीनी डाली जाती है। उसके ऊपर से भी मलाई डाली जाती है।

15 रुपए में सुलेमानी चाय की लिजिए मजा 
जो लोग बाहर से आते हैं वे यहां का सबसे ज्यादा सुलेमानी चाय पीना पसंद करते हैं। इसे केतली में बनाया जाता है। उसमें  लौंग, दालचीनी, पुदीने की पत्तियां और इलायची, अदरक आदि डालते हैं। इसे कुछ मिनट तक उबालते है उसके बाद ऊपर से उबली हुई चायपत्ती को डालते हैं।

नींबू का रस, शहद और पुदीने की पत्तियों से गार्निश करके परोसा जाता है। कीमत की अगर बात करें तो स्पेशल चाय 25 रुपए की है सुलेमानी चाय कीमत यहां 15 रुपए हैं। चाय परोसने का यहां खास अंदाज भी है प्लेट के साथ कप में चाय डालकर परोसा जाता है। 

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