नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक मस्जिद के समीप शुक्रवार को किए गए एक आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए। पैगम्बर मोहम्मद का जन्मदिन ‘ईद ए मिलाद उन नबी' मनाने के लिए मस्जिद के बाहर एक रैली के वास्ते भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे कि तभी यह विस्फोट हुआ। मीडिया की खबरों से यह जानकारी सामने आई है। जियो समाचार की खबर के मुताबिक, मुस्तांग जिले में मदीना मस्जिद के समीप यह विस्फोट हुआ। इस आत्मघाती विस्फोट में मारे गए लोगों में रैली के दौरान ड्यूटी पर तैनात मुस्तांग के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) नवाज गश्कोरी भी शामिल हैं।
खबर के मुताबिक, मस्जिद के समीप विस्फोट उस वक्त हुआ जब लोग ईद-मिलाद उन नबी के मौके पर इकट्ठा हुए थे। पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिवस पर ईद-मिलाद उन नबी पर्व मनाया जाता है। शहर पुलिस थाना के प्रभारी मोहम्मद जावेद लहरी ने बताया कि यह एक ‘‘आत्मघाती विस्फोट'' था और हमलावर ने पुलिस अधिकारी की गाड़ी के बगल में खड़े होकर खुद को बम से उड़ा लिया। लहरी ने बताया कि घायलों को चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया जा रहा है जबकि अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गयी है। डॉन अखबार ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) अब्दुल रज्जाक शाही को यह कहते हुए उद्धृत किया कि हमले में कम से 52 लोगों की मौत हुई है और करीब 50 अन्य घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि कुछ घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। अब तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। बलूचिस्तान के अंतरिम सूचना मंत्री जान अचाकजई ने कहा कि बचाव दलों को मुस्तांग के लिए रवाना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को क्वेटा स्थानांतरित किया जा रहा है और सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है।
उन्होंने कहा, ''शत्रु, विदेशी ताकतों की सरपरस्ती में बलूचिस्तान में शांति व धार्मिक सौहार्द को नष्ट करना चाहता है। यह विस्फोट असहनीय है।'' कार्यवाहक मुख्यमंत्री अली मर्दान डोमकी ने प्राधिकारियों को विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘विध्वंस के दोषी किसी रहम के हकदार नहीं हैं। जिन्होंने भी शांतिपूर्ण जुलूस को निशाना बनाया है उनसे कड़ाई से निपटा जाएगा।'' मुख्यमंत्री ने लोगों से आंतकवाद के खिलाफ एकजुट रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस्लाम शांति का धर्म है और ‘‘जिन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है उन्हें मुस्लिम नहीं कहा जा सकता।''
डोमकी ने इस घटना को लेकर सूबे में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। अंतरिम गृह मंत्री सरफराज अहमद बुगती ने भी घटना की कड़ी निंदा की है। हमले के बाद पंजाब सूबे की पुलिस ने कहा कि उसके ‘मेहनती अधिकारी' पूरे प्रांत में जुम्मे की नमाज पर मस्जिदों की सुरक्षा का अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं। कराची पुलिस ने कहा कि अतिरिक्त महानिरीक्षक खादिम हुसैन रिंद ने मुस्तांग की घटना के मद्देनजर पुलिस को ‘पूरी तरह से सतर्क' रहने का निर्देश दिया है। मुस्तांग में गत 15 दिन में यह दूसरा बड़ा धमाका है। इसी महीने के शुरू में मुस्तांग में ही हुए धमाके में 11 लोग मारे गए थे।
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