नई दिल्ली/टीम डिजिटल। नए कृषि कानूनों (New farm laws) के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर पर हजारों की संख्या में जमा होकर आंदोलन कर रहे किसानों को वहां से हटाने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच गया है। लॉ की पढ़ाई कर रहे ऋषभ शर्मा नाम के एक छात्र ने याचिका दायर कर किसानों को दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) से हटाने की मांग की है।
अपनी याचिका में छात्र ने लिखा है कि दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के जमावड़े के चलते आवाजाही करने में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसका साथ ही कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने की आशंका भी बढ़ गई है। याचिका में कोर्ट से प्रदर्शनकारियों को दिल्ली बॉर्डर से हटाकर धरने के लिए किसी नियत स्थान पर भेजने की बात कही गई है।
इसके अलावा कोरोना से बचाव के लिए जारी की गई सभी गाइडलाइन्स का पालन कराने और दिल्ली बॉर्ड को आम जनता के लिए खोलने के निर्देश देने की मांग याचिका में की गई है।
कपिल मिश्रा ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र इससे पहले बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर दिल्ली बॉर्डर से किसानों को हटाने की मांग की थी। राष्ट्रपति को लेिखे अपने पत्र में कपिल मिश्रा ने कहा है कि कई राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता दिल्ली को बंधक बना रहे हैं। दिल्ली के लिए आवश्यक सब्जी, दूध, फलों, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाओं की स्पालई इत्यादि को प्रभावित किया जा रहा है। कोरोना महामारी के इस दौर में सुप्रीम कोर्ट के तमाम आदेशों का उल्लंघन करके दिल्ली में जगह-जगह भीड़ एकत्र की जा रही है। ये सीधे-सीधे हम दिल्ली वालों के बुजुर्ग माता पिता औओर छोटे-छोटे बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ की स्थिति है।
दिल्ली सरकार बुला रही भीड़- कपिल मिश्रा कपिल मिश्रा ने अपने पत्र में लिखा है कि छठ के महापर्व में भी हम दिल्ली वालों ने संयम का परिचय दिया। सरकारी दिशा निर्देशों का पालन किया। लेकिन आज दिल्ली को चारों तरफ से बंद कर दिया गया है। शहर में बिना किसी टेस्टिंग के लोगों की भीड़ इकट्ठा की जा रही है। दिल्ली सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मिश्रा ने लिखा है कि दुखद तथ्य ये है कि हमारी दिल्ली की चुनी हुई सरकार ही दिल्ली वासियों के जीवन को सस्ता समझकर बैठी है और जगह-जगह होर्डिंग पोस्टर बैनर लगाकर भीड़ को सरकार के लोगों द्वारा दिल्ली बुलाया जा रहा है।
कपिल मिश्रा ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र, कहा- केजरीवाल सरकार बैनर लगाकर दिल्ली में बुला रही भीड़
दिल्लीवालों के मौलिक अधिकारों को दिलाया याद अपने पत्र में दिल्लीवासियों के मौलिक अधिकारों की ओर राष्ट्रपति का ध्यान आकर्षित करते हुए कपिल मिश्रा ने लिखा है कि हम दिल्ली वालों का जीवन भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना किसी भी अन्य राज्य के नागरिकों का। हमारे मुल अधिकारों को भी संविधान का उतना ही संरक्षण प्राप्त है जितना किसी भी अन्य राज्य के नागरिकों को।
कपिल मिश्रा ने राष्ट्रपति से निवेदन किया है कि राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों की जिंदगी को इस प्रकार मौत के मुंब में बार-बार फेंके जाने के खिलाफ ठोस और निर्णायक निर्णय लीजिए। इस तरह राजनैतिक बाजीगरी के लिए करोड़ों लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
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