नई दिल्ली/टीम डिजिटल। गर्भ में पल रहे शिशुओं को मोजार्ट का संगीत खुश रख सकता है। वैज्ञानिकों ने एक नये शोध में पाया है कि गर्भ में पल रहे शिशुओं को समकालीन संगीत की अपेक्षा शास्त्रीय संगीत ज्यादा पसंद आते हैं। बांसुरी की धुन वाले बाच के सोनाटा संगीत के साथ ही नौवीं सिम्फनी से लिया गया बीथोवेन का ‘ओड टू जॉय’ संगीत भी यह प्रभाव उत्पन्न कर पाने में सक्षम है, जिससे शिशु खुश रह सके।
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टेलीग्राफ के मुताबिक,स्पेन के बार्सिलोना स्थित ‘इंस्टीट्यूट मार्कस’ के वैज्ञानिकों ने 18 और 38 हफ्तों के बीच वाले 300 से अधिक गर्भस्थ शिशुओं के मुंह और जीभ में हलचल का अध्ययन किया। गर्भ में पल रहे शिशुओं के सामने 15 प्रकार के अलग-अलग संगीत सुनाए गए, जिनमें शास्त्रीय, पारंपरिक, पॉप व रॉक संगीत शामिल थे।
सबसे ज्यादा सुखद प्रतिक्रिया शास्त्रीय संगीत पर रही जिसका प्रभाव 84 प्रतिशत तक रहा, वहीं पारंपरिक संगीत 79 प्रतिशत और पॉप व रॉक संगीत पर प्रतिक्रिया 59 प्रतिशत रही। अध्ययन में यह साबित हो चुका है कि संगीत तंत्रिका व मस्तिष्क के विकास में सहायक होता है।
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