Thursday, Mar 30, 2023
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पीएम ने गाजियाबाद के राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान का किया उद्घाटन 

  • Updated on 12/11/2022

नई दिल्ली/टीम डिजीटल। गाजियाबाद को 200 बेड वाले उत्तर भारत का पहला राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान की सौगात मिल गई। रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोवा से इसका वर्चुअली उद्घाटन किया। गाजियाबाद के अलावा ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदा गोवा और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथिक दिल्ली का भी उद्घाटन किया गया। वर्चुअली उद्घाटन में पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि योग और आयुर्वेद आज दुनिया के लिए बड़ी उम्मीद हैं। मुझे यकीन है कि ये तीनों संस्थान आयुष हेल्थ केयर व्यवस्था को नई गति देंगे।

हमें इस चिकित्सा पद्धति को भी अपनाना चाहिए। गाजियाबाद के यूनानी संस्थान में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद वीके सिंह, पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र, जिलाधिकारी आर.के. सिंह, आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव कविता गर्ग, सलाहकार प्रोफेसर एमए काजिम, संस्थान के निदेशक प्रो. अब्दुल वदूद, प्रो. असिम अली खान व सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर उपस्थित रहे। केंद्रीय मंत्री वीके ङ्क्षसह ने कहा कि गाजियाबाद के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। इस चिकित्सा पद्धति से हर तरह की बीमारी का उपचार मिलेगा।

यहां प्रतिदिन 500 से अधिक ओपीडी हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि हर चिकित्सा पद्धति की अपनी एक अलग पहचान है। इसमें यूनानी चिकित्सा पद्धति भी एक है। उन्होंने बताया कि जल्द ही यहां एक्यूपंचर को भी शामिल किया जाएगा। जिस पर कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सौंदर्य को बढ़ाने संबंधी उपचार और प्रसाधन यूनानी पद्धिति में ही हैं, महिलाओं को इस पद्धति का लाभ लेना चाहिए।

उन्होंने यूनानी संस्थान के अधिकारियों से यह भी कहा कि संस्थान का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। लेकिन एक बार जांच लें कि कहीं कोई कमी ना रह जाए। इसके बाद ही ठेकेदारों को कार्य पूर्ण होने का प्रमाण पत्र दिया जाए। वहीं, संस्थान के निदेशक प्रो. अब्दुल वदूद ने कहा कि फिलहाल यहां 4 विशेषज्ञों की उपस्थिति में ओपीडी शुरू कर दी गई है। जल्द ही मरीजों को भर्ती कर उपचार भी शुरू कर दिया जाएगा। 

- प्रतिवर्ष 120 विद्यार्थी कर सकेंगे पीजी व पीएचडी  
यूनानी संस्थान के हेड प्रो. जुल्फीकल ने कहा कि 2023-24 से यहां देश-विदेश से आने वाले विद्यार्थी पीजी व पीएचडी की शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। प्रतिवर्ष 120 छात्र-छात्राएं अलग-अलग कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे। राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान में 14 विभाग होंगे। जल्द ही शैक्षणिक कार्यों के लिए एफिलिएशन लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग हॉस्टल की व्यवस्था भी की जा चुकी है। 

- संस्थान में ये मिलेंगी सुविधाएं
10 एकड़ में 381.42 करोड़ रुपए की लागत से तैयार राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान में ओपीडी, 6 ओटी, नर्सरी, सामान्य वार्ड, प्राइवेट वार्ड, आईसीयू, एक्यूप्रेशर कक्ष, फिजियोथेरेपी कक्ष, पंचक्रम कक्ष, जिमनैजियम, सीएसएसडी, कैंटीन, शैक्षणिक और प्रशासनिक ब्लॉक, ट्यूटोरियल रूम, सेमिनार हॉल, म्यूजियम, लाइब्रेरी, लैब, मल्टी-डिसिप्लिनरी रिसर्च डिपार्टमेंट, यूनानी फार्मेसी, कंप्यूटर रूम व 425 वाहन खड़े करने को लेकर पार्किंग की सुविधा। 
 

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