Monday, May 29, 2023
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Ashram Review: धर्म की छतरी के पीछे छिपे बाबाओं की पोल खोलती प्रकाश झा की 'आश्रम'

  • Updated on 8/28/2020

वेबसीरीज:आश्रम
डायरेक्टरः प्रकाश झा
कलाकारः बॉबी देओल, चंदन रॉय सान्याल, अदिती पोहणकर, अध्ययन सुमन और दर्शन कुमार
रेटिंगः 3/5

नई दिल्ली/सौरभ बघेल। प्रकाश झा (Prakash Jha) एमएक्स प्लेयर (MX player) पर अपनी नई वेबसीरीज (web series) आश्रम के साथ हाजिर है। इस वेबसीरीज में मुख्य किरदार बॉबी देओल (Bobby Deol) ने निभाया है। बॉबी इसमें एक बाबा निराला का किरदार निभाते हुए नजर आ रहे हैं।

 रिलीज से पहले आरोप लग रहे थे कि सीरीज को बाबा राम रहीम के किरदार पर बनाया गया है। जिसका फिल्म की टीम की तरफ से खंडन किया गया था मगर सीरीज में जिस तरह की बाबा की भूमिका दिखाई गई है उससे लगता है कि यह राम रहीम जैसे बाबाओं से प्रेरणा लेकर ही बनाई गई है।  

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कहानी
आश्रम की कहानी मैं दिखाया गया है कि किस तरह से धर्म का ठेकेदार बनकर एक बाबा अपराध करता है और राजनीति तक को प्रभावित करता है। वह किस तरह से अपने अपराध को छिपाता है और भोली-भॉली जनता की नजर में भगवान बने रहता है, कहानी की शरुआत होती है एक पम्मी नाम के दलित लड़की के किरदार से किस तरह से बाबा पम्मी को सवर्णों के अत्याचार से बचाता है और उस गांव के लोगों का भगवान (God) बन बैठता है। 


डायरेक्शन
निर्माता प्रकाश झा ने अपनी पहली वेबसीरिज आश्रम में धर्म के ऐसे गौरखधंधे की पोल खोली है। जो पिछले कुछ सालों से देश में बड़े-बड़े बाबाओं के व्यवहार पर बना है। कैसे ये बाबा अपने किरदार बदलता है कभी गरीबों को मसीहा बन जाता है तो कभी अपनी वीभत्स से वीभत्स चेहरा दिखाता है। कैसे अपने पोल खुलने से बचने के लिए किसी की जान भी ले लेता है और जब किसी सेवक की पत्नी पंसद आ जाती है तो मोक्ष के नाम पर उसको नपुंसक (Impotent) तक बना देता है। वहीं जब खुद तक पुलिस जांच पहुंचती है तो कैसे पुलिस अधिकारियों को विषकन्या के जाल में फंसा लेता है।  

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एक्टिंग
कुल मिलाकर पूरी कहानी में बॉबी देओल के किरदार बाबा निराला और उसके मुख्य सेवादार भूपा जी बने चंदन रॉय सान्याल (Chandan Roy Sanyal)  के जुगलबंदी को बड़ी ही बारिकी से दिखाया गया है। वहीं इसके अलावा उजागर सिंह (दर्शन कुमार) के बहाने पुलिस महकमे में काबिल और कोटे से आए/प्रमोशन पाने वाले पुलिस अधिकारियों के बीच तनाव को आश्रम की कहानी के सामानंतर खूबसूरती से उभारा है। सीजन को प्रकाश झा ने एक ऐसे मोड़ पर छोड़ा है जहां बहुत सारे सवाल आपके मन में रह जाते हैं और आप दूसरे सीजन का इंतजार करेंगे।

comments

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