Saturday, Mar 25, 2023
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president,pm modi remembers the unparalleled courage, sacrifice of the armed forces on vijay diwas

राष्ट्रपति, PM मोदी ने विजय दिवस पर सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस, बलिदान को याद किया

  • Updated on 12/16/2022

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि 1971 के युद्ध के दौरान देश के सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शित की गई असाधारण वीरता को देश कृतज्ञता के साथ याद करता है और उनके अद्वितीय साहस एवं बलिदान की कहानियां हर भारतीय को प्रेरित करती हैं। विजय दिवस 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में मनाया जाता है।

बांग्लादेश, जो तब पाकिस्तान का हिस्सा था, युद्ध के बाद एक स्वतंत्र देश के रूप में अस्तित्व में आया था। मुर्मू ने ट्वीट किया, “विजय दिवस के अवसर पर हम कृतज्ञता के साथ 1971 के युद्ध के दौरान हमारे सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शित असाधारण वीरता को याद करते हैं। राष्ट्र के लिए उनके बलिदान और अद्वितीय साहस की कहानियां आज भी हर भारतीय को प्रेरित करती हैं।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को विजय दिवस के अवसर पर 1971 के युद्ध में पाकिस्‍तान पर भारत की जीत सुनिश्चित करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले सशस्त्र बल के कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘विजय दिवस पर, मैं उन सभी बहादुर सशस्त्र बलों के कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने 1971 के युद्ध में भारत की एक असाधारण जीत सुनिश्चित की। देश को सुरक्षित रखने में सशस्त्र बलों की भूमिका के लिए देश उनका ऋणी रहेगा।'' वर्ष 1971 में पाकिस्‍तान पर भारत की विजय की याद में आज के दिन विजय दिवस मनाया जाता है।

इस दिन वर्ष 1971 में पाकिस्‍तानी सेनाध्‍यक्ष जनरल आमिर अब्‍दुल्‍ला खान नियाजी ने अपने 93 हजार सैनिकों के साथ बिना किसी शर्त के लेफ्टीनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष युद्ध में आत्‍मसमर्पण किया था। अरोड़ा इस युद्ध में भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी के संयुक्‍त बल का नेतृत्‍व कर रहे थे। इसी युद्ध के परिणाम स्‍वरूप बांग्‍लादेश अस्तित्व में आया।

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