नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर लगातार जारी है, ऐसे में कोरोना वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर है। ब्रिटेन में फाइजर वैक्सीन (Pfizer vaccine) के टीकाकरण के साथ अब रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार को देश के स्वास्थ्य अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है कि अगले सप्ताह से बड़े स्तर पर टीकाकरण शुरु कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि स्पूतनिक-5 वैक्सीन के 20 लाख डोज का उत्पादन किया जा चुका है।
अमेरिका: दिसंबर में ही दस्तक दे चुका था कोरोना का कहर, अध्ययन में हुआ खुलासा
रूस ने वैक्सीन को लेकर की ये घोषणा दरअसल, ब्रिटेन द्वारा फाइजर-वायोएनटेक वैक्सीन को मंजूरी देने के साथ ही अगले सप्ताह से टीकाकरण की भी बात कही इसके तुरंत बाद रूस ने अपनी वैक्सीन को लेकर घोषणा कर दी। रूस ने स्पूतनिक के तीसरे और अंतिम चरण में दावा किया है कि उसकी वैक्सीन 95 फीसदी कारगर साबित हुई है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि ये दूसरे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगियों से आगे है।
दिल्ली में 24 घंटे में कोरोना से 82 मौत, 4 हजार के करीब संक्रमित
अगले कुछ दिनों में 20 लाख डोज का उत्पादन कोविड-19 टास्क फोर्स का नेतृत्व कर रहे डेप्युटी पीएम तातियाना गोलिकोवा से वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान पुतिन ने कहा कि, 'मैं आपसे काम संगठित करने को कहूंगा ताकि अगले सप्ताह के अंत तक हम बड़े स्तर पर टीकाकरण की शुरुआत कर सकें।' राष्ट्रपति ने आगे कहा कि टीका सबसे पहले शिक्षकों और स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जाएगा। पुतिन ने बताया कि हम अगले कुछ दिनों में 20 लाख डोज का उत्पादन कर लेंगे। बता दें कि स्पूतनिक-5 वैक्सीन के 21 दिन के अंतर पर दो डोज लगाए जाएंगे। रूस के सभी नागरिकों का मुफ्त में टीकाकारण किया जाएगा।
फाइजर के कोरोना टीका को मंजूरी देने वाला ब्रिटेन पहला देश, भारत को नहीं मिलेगी वैक्सिन
ब्रिटेन वैक्सीन को मंजूरी देने वाला पहला देश वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन अग्रणी दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 टीके (Pfizer Covid 19) को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है। इस तरह, घातक कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए अगले सप्ताह से अति जोखिम वाले लोगों के टीकाकरण करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) ने बताया कि यह टीका उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है। दावा किया गया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक कारगर रहा है। खास बात यह है कि यह वैक्सिन फिलहाल भारत को नहीं मिलने जा रही है।
हिमाचल में Corona से 4 लोगों की गई जान, बीजेपी विधायक निकले पॉजिटिव
ब्रिटेन सरकार ने कहा कि आंकड़ों के व्यापक विश्लेषण के बाद इसकी मंजूरी दी गयी और मानकों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया गया। अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने साथ मिलकर इस टीके को विकसित किया है। कंपनी ने हाल में दावा किया था कि परीक्षण के दौरान उसका टीका सभी उम्र, नस्ल, अलग-अलग जगह के लोगों पर कारगर रहा। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस शानदार खबर का स्वागत किया और इसकी पुष्टि की है कि अगले सप्ताह से टीका उपलब्ध कराने की शुरुआत होगी। जॉनसन भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उन्होंने कहा, ‘‘टीका से हमें जान बचाने में मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था फिर से आगे बढ़ेगी।'
यहां पढ़े कोरोना से जुड़ी बड़ी खबरें...
साक्षी हत्याकांडः साहिल ने 15 दिन पहले हरिद्वार से खरीदा था चाकू
2024 में फिर बन सकती है मोदी सरकार: डा. विजय दर्डा
शिवाजी के राज्याभिषेक की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में PM मोदी का...
हरकी पैडी पहुंचे पहलवान, गंगा में मेडल विसर्जित करने से टिकैट ने रोका
पहलवानों का मुद्दा युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग में भी गूंजा, भारतीय...
पंजाब मंत्रिमंडल का विस्तार: गुरमीत खुडियां, बलकार सिंह बनेंगे मंत्री
अडाणी ग्रुप में विदेशी कंपनियों के निवेश को लेकर कांग्रेस ने साधा...
दिल्ली सेवा अध्यादेश: माकपा ने AAP का समर्थन करने का किया ऐलान
मोदी सरकार नारों और झूठे वादों की बैसाखियों पर चल रही है: जयंत चौधरी
बृज भूषण शरण सिंह के समर्थन में आगे आया अयोध्या के साधुओं का समूह