Saturday, Dec 09, 2023
-->
Priyanka Gandhi Vadra meets people protesting against CAA in Muzaffarnagar

यूपी पुलिस कार्रवाई से आहत प्रियंका बोलीं- जहां अन्याय होगा वहां कांग्रेस खड़ी होगी

  • Updated on 1/4/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जाकर नागरिकता संशोधन कानून (CAA 2019) के खिलाफ प्रदर्शन के बाद पुलिस कार्रवाई से प्रभावित लोगों से शनिवार को मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जहां भी अन्याय होगा वहां कांग्रेस खड़ी होगी।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया मां काली का गलत मंत्र, यूजर्स ने लगाई Class

मौलाना असद के परिवार से मिलीं प्रियंका
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने पहले एक स्थानीय मदरसे के मौलाना से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कुछ अन्य पर प्रभावित लोगों से मिलते हुए रुकैया परवीन नामक उस युवती से मुलाकात की जिसकी जल्द ही शादी तय है। रुकैया के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके घर में घुसी और उसने तोडफ़ोड़ की एवं वह बहुत सारा समान ले गई।

प्रियंका ने इस लड़की का उल्लेख करते हुए कहा, "उसकी शादी होने वाली थी। पुलिस ने इसके घर में घुसकर समान तोडफ़ोड़ दिया। लड़की के सिर पर चोट लगी है।" उन्होंने कहा, "जहां-जहां अन्याय होगा वहां हम खड़े होंगे। हम हर संभव मदद करेंगे।"

भगवा रंग पर विवाद: योगी सरकार के पलटवार पर प्रियंका ने दुर्गा मंत्र से दिया जवाब

पुलिस ने लोगों को बेवजह मारा-पीटा
कांग्रेस महासचिव ने कहा, "मैंने हाल ही में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को चिट्ठी लिखी जिसमें कई मामलों का विवरण है। हमने उन्हें बताया कि पुलिस ने किस तरह लोगों को बेवजह मारा-पीटा है।" उन्होंने कहा, "अगर किसी ने कुछ गलत किया है तो पुलिस कार्रवाई करे। इसमें किसी को कोई दिक्कत नहीं है लेकिन पुलिस घरों में घुसकर मारपीट कर रही है। पुलिस का काम न्याय दिलाना है, लेकिन यहां तो उलटा हुआ है।"

सूत्रों का कहना है कि मुजफ्फरनगर के बाद प्रियंका मेरठ भी जा सकती हैं। उन्हें और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पिछले दिनों मेरठ जाने से रोक दिया गया था। प्रियंका ने इससे पहले बिजनौर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मारे गए दो युवकों के परिवारों से मुलाकात की थी।

प्रियंका गांधी का आरोप, CAA protest के दौरान UP सरकार और पुलिस ने फैलाई अराजकता

पुलिस ज्यादती की न्यायिक जांच की मांग
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष लल्लू द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदेश में हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस का रवैया गैरकानूनी, नियमों को ध्वस्त करने वाला और ईमानदार नागरिकों का उत्पीड़न करने वाला था। ज्ञापन में मांग की गई है कि सीएए का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे लोगों पर दर्ज किए गए सभी मुकदमों का निष्पक्ष आकलन हो और किसी सेवानिवृत्त या सेवारत जज की अगुवाई में एक स्वतंत्र आयोग इनकी निगरानी करे। यह भी मांग ज्ञापन में की गई है कि उन सभी लोगों को फौरन जमानत दी जाए जिन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं।    

ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ज्यादती और बर्बरता की पूर्ण न्यायिक जांच जरूरी है ताकि प्रशासन और पुलिस की ज्यादती का पता लग सके और इसमें मारे गए लोगों के परिवारों को इंसाफ मिल सके। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे संविधान में दिया गया मौलिक अधिकार है और सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई के लिए लोगों की जायदाद कुर्क करने का नोटिस तथा अन्य दंडात्मक कार्रवाई तब तक निलंबित रखी जानी चाहिए जब तक सक्षम और निष्पक्ष अधिकारियों द्वारा इन घटनाओं की समुचित जांच पूरी नहीं कर ली जाती। 

comments

.
.
.
.
.