Monday, May 29, 2023
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questions raised by these scientists on the emergency trial of covaxin pragnt

Covaxin के इमरजेंसी ट्रायल पर इन वैज्ञानिकों ने उठाए सवाल, पूछा- डेटा कहां है?

  • Updated on 1/4/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस वायरस को खत्म करने के लिए सभी देश वैक्सीन बना ली है। इस लिस्ट में भारत (India) का भी नाम शामिल है। भारत की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सिन (Covaxin) की आपातकालीन उपयोग की अनुमति मिल गई है।

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कुछ वैज्ञानिकों ने उठाए सवाल
इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिलने के बाद जहां पूरे देश ने राहत की सांस ली हैं। वहीं इसी बीच कुछ स्वतंत्र वैज्ञानिकों ने इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर सवाल भी उठाए हैं। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि कोवैक्सिन के फेज 1 और फेज 2 के ट्रायल के रिजल्ट काफी अच्छे थे लेकिन जब वैक्सीन का तीसरे फेज का ट्रायल शुरू किया गया तो उसके पूरे रिजल्ट सामने नहीं आए हैं। जितने रिजल्ट सामने आए वो सिर्फ एक संकेत हैं कि वैक्सीन कितनी कारगर है। इसलिए हम सभी चाहते हैं कि वैक्सीन की मॉनिटरिंग हो उसके बाद ही इसका इस्तेमाल किया जाए।

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प्रोफेसर डॉ. गगनदीप कांग का कहना है ये
एक मीडिया हाउस की रिपोर्ट के अनुसार क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. गगनदीप कांग का कहना है कि 
अगर वैक्सीन को लेकर डीसीजीआई के उस प्रस्ताव पर नजर डाले जिसमें कहा गया था वो प्रभावकारी डेटा चाहते हैं। 
लेकिन अभी तक कोई भी डेटा सामने नहीं आया।

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AIIMS निदेशक ने कहा ये
अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने कहा कि भारत ने कोवैक्सीन को इसलिए मंजूरी दी है क्योंकि अगर अचानक से कोरोना वायरस में उछाल आया तो भारत कम से कम कोवैक्सीन को क्लिनिकल ट्रायल मोड पर इस्तेमाल कर सकता है।

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वायरोलॉजिस्ट शाहिद जमील का मानना है ये
वहीं, वायरोलॉजिस्ट शाहिद जमील का कहना है कि सीरम इंस्टीट्यूट ने 50 मिलियन खुराक तैयार हो चुका है लेकिन अभी वैक्सीन को इस्तेमाल करने की जरूरत क्या है। अभी यहीं उचित रहेगा कि देश कोवैक्सीन के तीसरे फेज का पूरा डेटा आने तक इंतजार करे। उसके बाद ही ट्रायल किए जाएं।

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देश में कोरोना का कहर
देशभर में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। भारत में कोरोना से 1,03,41,291 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 1,49,686 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि, राहत की बात ये है कि 99,46,131 इस वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना को मात देकर ठीक होने वालों की संख्या सक्रिय मामलों की संख्या से अधिक है। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 2,42,579 है।

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