Saturday, Jun 03, 2023
-->
rafale landing at ambala airbase water salute awarded see video pragnt

Video: अंबाला एयरबेस पर हुई राफेल की धुआंधार लैंडिंग, Water Salute से किया स्वागत

  • Updated on 7/29/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। फ्रांस से 7 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके आज आखिरकार लड़ाकू विमान राफेल भारत आ गया। आज करीब 3 बजे पांचों राफेल विमानों की अंबाला एयरबेस पर लैंडिंग हुई है।इन लड़ाकू विमान को एयरबेस पर वाटर कैनन सैल्यूट से सम्मान दिया गया है। जिसकी एक वीडियो भी सामने आई है। जिसमें लैंडिंग कर रहे राफेल पर दोनों साइड से वाटर कैनन से पानी डाला जा रहा है। 

Rafale: सुरजेवाला का केंद्र सरकार पर तीखा हमला, कहा- 526 करोड़ का राफेल 1670 करोड़ में क्यों?

देखें Video

क्या होता है वाटर सैल्यूट
वाटर सैल्यूट का सीधा मतलब होता कि पानी से सम्मान देना। राफेल के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। जब राफेल ने देश की धरती को चूमा तो उसे वाटर कैनन सम्मान दिया गया।आपको बता दें कि किसी भी नए एयरक्राफ्ट के लैंडिंग और टेकऑफ के वक्त उसे सैल्यूट दिया जाता है।

रक्षामंत्री ने दी जानकारी, पांचों राफेल विमान अंबाला एयरबेस में हुए लैंड

कब हुई थी इसकी शुरूआत
आज से करीब 30 साल पहले 1990 में भारत में पहली बार वाटर सैल्यूट दिया गया। इस परंपरा का मकसद एयरक्राफ्ट का आभार जताना भी होता है। इस परंपरा की खास बात ये है कि इसमें इस्तेमाल होने वाले   व्‍हीकल्‍स की संख्या सम  जैसे 2, 4,6 या 8 होती है।

दुनिया का सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान है राफेल
राफेल दुनिया के सबसे ताकतवर लड़ाकू विमानों में से एक है। राफेल की टॉप स्पीड 2,130 किमी/ है। वहीं इसके अलावा यह 24,500 कि.ग्रा. वजन एक बार में ले जा सकता है। राफेल अभी दुनिया के आधुनिकतम विमानों में से एक है।वहीं चीन का J-20 स्टील्थ कैटिगरी  का लड़ाकू विमान है। 

जानिए, राफेल विमान में क्या हैं वो खूबियों जो उसे बनाती हैं दुनिया का सबसे खतरनाक लड़ाकू विमान

एक साथ दाग सकता  है4 मिसाइल 
राफेल एक साथ चार मिसाइल ले जाने में सक्षम है। जिनमें से एक MICA एयर-टू- एयर मिसाइल 80 कि.मी. तक हमला कर सकती है। वहीं इसके अलावा एक मिसाइल स्कल्प क्रूज मिसाइल 300 कि.मी. तक हमला कर सकती है। वहीं तीसरी मिसाइल Meteor एयर-टू-एयर मिसाइल 100  कि.मी. तक हमला कर सकती है। 

comments

.
.
.
.
.