नई दिल्ली/टीम डिजिटल। राजस्थान पुलिस का एक दल टीवी पत्रकार अमन चोपड़ा की गिरफ्तारी के लिये नोएडा में डेरा डाले हुए है। राजस्थान पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चोपड़ा पर कथित तौर पर भ्रामक न्यूज चलाकर समाज के विभिन्न वर्गों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है। उन्होंने बताया कि चोपड़ा के खिलाफ पिछले महीने बूंदी, अलवर, और डूंगरपुर जिलों में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस के मुताबिक चोपड़ा पर पिछले दिनों अलवर के राजगढ में अतिक्रमण हटाने के दौरान प्राचीन मंदिर को तोडऩे के बाद कथित तौर पर एक खबर चलाकर कर दुष्प्रचार का आरोप लगाया गया है।
तेजिंदर बग्गा को मिला तेजस्वी सूर्या का साथ, AAP की रणनीति से लड़ेंगे
पुलिस ने बताया कि चोपड़ा के खिलाफ बूंदी और अलवर जिलों में दर्ज प्राथमिकी में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा गिरफ्तार पर रोक मिली है, लेकिन डूंगरपुर जिले में स्थानीय अदालत के आदेश के बाद उन्हें गिरफ्तारी वारंट का सामना करना पड़ा रहा है।डूंगरपुर पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि ‘‘हमारी टीम नोएडा में डेरा डाले हुए है और उनका पता लगाने के लिये सभी संभावित स्थानों की तलाश कर रही हैं। शनिवार को भी हमारी टीम चोपड़ा के घर गई थी, लेकिन वह वहां नहीं मिले और उनके आवास पर ताला लगा हुआ था। ’’
भाजपा नेता बग्गा की बढ़ी मुश्किलें, मोहाली कोर्ट ने जारी की गैरजमानती वारंट
मामले में नोएडा पुलिस के सहयोग के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा ‘‘ हमारी टीम को को रोक दिया गया और गिरफ्तारी वारंट पर सीधे कार्रवाई करने से पहले एक स्थानीय पुलिस स्टेशन जाने के लिये कहा गया। हम यह नहीं कह सकते कि यह पूर्ण सहयोग है।’’ उन्होंने कहा कि नोएडा पुलिस को पहले ही मामले के विवरण के बारे में सूचित कर दिया गया था और यह दूसरी बार था जब पुलिस टीम उनकी गिरफ्तारी के लिये गई थी।हालांकि, नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने दावा किया कि प्रक्रिया को पूरा करने में राजस्थान पुलिस का पूरा सहयोग किया गया जबकि टीवी पत्रकार बिसरख इलाके स्थित घर पर नहीं मिले।
DMRC का आरके आश्रम मार्ग मेट्रो स्टेशन पर ‘इंटरचेंज हब’ बनाने का ऐलान
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (मध्य नोएडा) जी.इलामारन ने बताया, ‘‘कार्रवाई राजस्थान पुलिस को करनी है न कि उत्तर प्रदेश पुलिस को। हमने उनकी मदद की और तय प्रक्रिया के तहत कार्य करने में उनकी सहायता की। हमने नोटिस जारी करने, इलाके की पहचान करने में मदद की और हमारी तरफ से कोई बाधा उत्पन्न नहीं की गई।’’ डूंगरपुर कोतवाली पुलिस थाने के अनुसार चोपड़ा के खिलाफ एक निजी व्यक्ति द्वारा प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी । प्राथमिकी में शिकायतकर्ता ने पत्रकार पर अलवर जिले के राजगढ़ में अतिक्रमण हटाने के दौरान मंदिर का हिस्सा तोडऩे पर कथित तौर पर भ्रामक खबर देने का आरोप लगाया है।
LIC के IPO में गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से को पूर्ण अभिदान
उन्होंने आरोप लगाया कि पत्रकार ने अपनी खबर में अलवर के मंदिर को तोडऩे संबंधी गलत और काल्पनिक विवरण दिखाया और उसे दिल्ली की जहांगीरपुरी अतिक्रमण के बदले की कार्रवाई बताया था। पुलिस ने कहा कि शिकायत के बाद 23 अप्रैल को पत्रकार चोपड़ा के खिलाफ देशद्रोह, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, दो समूहों के बीच दुश्मीन को बढ़ावा देने और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। डूगंरपुर पुलिस अधीक्षक जोशी ने कहा कि राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश में डूंगरपुर में दर्ज प्राथमिकी का जिक्र नहीं है जबकि बूंदी और अलवर जिले में दर्ज प्राथमिकी में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई गई है।
मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘सत्य ही...
जब Sunny Deol को पहली बार देख कांपने लगी थीं Priyanka Chopra, पढ़े ये...
बर्थडे के खास मौके पर Kangana ने अपने दुश्मनों से मांगी माफी, वायरल...
BJP ने बिहार समेत 4 राज्यों में बदले अध्यक्ष, वीरेंद्र सचदेवा को...
"मोदी सरनेम" मानहानि मामले में राहुल गांधी दोषी करार, दो साल जेल की...
इस वेब सीरीज में जल्द नजर आएंगी Ananya Pandey, वरुण धवन ने शेयर किया...
सौ KM की रफ्तार से दौड़ी मेट्रो, द्वारका से नई दिल्ली का सफर सिर्फ 21...
जी- 8 गवर्नेंस प्लेटफार्म, लोकसभा चुनाव गठबंधन के लिए नहीं: CM...
PM मोदी ने शहीद दिवस पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि दी
दिल्ली पुलिस ने PM मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाने के आरोप में 6 लोगों को...