Thursday, Sep 28, 2023
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राजनाथ सिंह ने कहा- अगर दुश्मन देश आक्रमण करेगा तो कारगिल की तरह मुंहतोड़ जवाब देंगे

  • Updated on 7/27/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने करगिल युद्ध में पाकिस्तान पर मिले विजय के 21 साल पूरे होने के अवसर पर रविवार को यहां राष्ट्रीय समर स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि अगर दुश्मन (देश) ने कभी भारत पर आक्रमण किया, तो हम करगिल की तरह उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है और किसी संकट के समय राष्ट्रीय एकता एवं संप्रभुता को बचाने के लिए हम बड़े से बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार हैं।

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500 से अधिक जवान शहीद हुए थे
सिंह की यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ जारी गतिरोध की पृष्ठभूमि में आई है। भारतीय सेना ने करगिल की बर्फीली पहाड़ियों पर करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद 26 जुलाई, 1999 को ‘ऑपरेशन विजय’ सफलतापूर्वक संपन्न किया था और जीत की घोषणा की थी। इस युद्ध में देश के 500 से अधिक जवान शहीद हो गए थे।

 

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नागरिक विजय दिवस पर शुभकामनाएं
रविवार सुबह राष्ट्रीय समर स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं करगिल विजय दिवस के अवसर पर सभी भारतीय नागरिकों को बधाई देता हूं। जिन जवानों के बलिदान की बदौलत हमने करगिल युद्ध जीता था, वे सशस्त्र बलों के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेंगे।’ राजनाथ सिंह के साथ रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे, वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने भी राष्ट्रीय समर स्मारक में अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

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'शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव है'
बाद में सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि करगिल विजय दिवस भारतीय सैन्य बलों के शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव है, जिन्होंने बेहद चुनौतीपूर्ण हालात में शत्रु से लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने कहा, ‘करगिल न सिर्फ राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है, बल्कि अन्याय के खिलाफ उठाया गया एक बड़ा कदम था और रहेगा। राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना जो दृष्टिकोण प्रस्तुत किया था, उसका मैं यहां जिक्र करना चाहूंगा।' 

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