नई दिल्ली/टीम डिजिटल। आंदोलनरत पहलवानों के समर्थन में रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर जाने के लिए निकले भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत को यूपी गेट पर रोक लिया गया। ऐसे में समर्थकों के साथ टिकैत वहां धरना देकर बैठ गए। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने 2 बार अवरोधक हटाकर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश की, मगर पुलिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। इसके चलते दोनों पक्षों में तीखी नोक-झोंक तक हो गई।
यूपी गेट पर एहतियात के तौर पर पुलिस के अलावा सीआरपीएफ और आरएएफ के जवानों को तैनात करना पड़ा। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर जाने का ऐलान किया था। इसके मद्देनजर वह सुबह करीब 11 बजे एनएच-9 के रास्ते यूपी गेट पहुंच गए। मेरठ और सहारनपुर मंडल से भी भाकियू कार्यकर्ता वहां बड़ी संख्या में पहुंच गए। सूचना मिलने पर दिल्ली और गाजियाबाद पुलिस के अधिकारी वहां आ पहुंचे।
दिल्ली पुलिस ने राकेश टिकैत को समर्थकों के साथ जंतर-मंतर जाने की इजाजत नहीं दी। पुलिस ने धारा-144 लागू होने का हवाला देकर उन्हें वापस लौटने को कहा, मगर भाकियू कार्यकर्ताओं ने पुलिस की बात को नहीं माना। नतीजन राकेश टिकैत यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे धरना देकर बैठ गए। दोपहर तक 2 बार भाकियू कार्यकर्ताओं ने अवरोधक हटाकर दिल्ली में घुसने की कोशिश की, मगर पुलिस ने उन्हें पीछे धकेल दिया।
भाकियू नेताओं ने जंतर-मंतर से पुलिस द्वारा गिरफ्तार सभी पहलवानों को रिहा करने की पुरजोर मांग की। उन्होंने कहा कि यदि पहलवानों की रिहाई नहीं होती तो उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाए। जब तक पहलवान नहीं छूट जाते, वह कतई वापस नहीं लौटेंगे। देर शाम तक पुलिस और भाकियू कार्यकर्ताओं के मध्य घमासान चलता रहा। यूपी गेट पर तनावपूर्ण माहौल उत्पन्न होने पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई।
इसके अलावा सीआरपीएफ और आरएएफ जवानों को भी बुलवा लिया गया। यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे रोड ब्लॉक होने पर वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई। एनएच-9 पर वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम की स्थिति पैदा हो गई। पुलिस ने चेकिंग के बाद वाहन चालकों को दिल्ली में जाने दिया। यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे गाजियाबाद की तरफ से वाहनों का आवागमन रूक गया। वाहन चालकों को गंतव्य तक जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का रूख करना पड़ा।
2024 से पहले करेंगे बड़ा आंदोलन यूपी गेट पर धरनास्थल पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च पद राष्ट्रपति का होता है। नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराया जाना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि 2024 से पहले बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सरकार की मनमानी को कतई बरदाश्त नहीं करेंगे। टिकैत ने कहा कि पहलवानों की आवाज को पुलिस के बल पर दबाने की कोशिश हो रही है। यह कतई ठीक नहीं है। सरकार की तानाशाही को पूरा देश देख रहा है। उन्होंने कहा कि आंदोलनरत किसानों के समर्थन में वह आवाज उठाते रहेंगे। धरनास्थल पर राकेश टिकैत ने समर्थकों से संयम बनाए रखने की बार-बार अपील की।
शाम पौने 7 बजे लौटे किसान दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवानों को रिहा कर दिए जाने की खबर मिलने पर यूपी गेट से किसानों ने शाम पौने 7 बजे धरना समाप्त कर दिया। तदुपरांत सभी किसान शांतिपूर्ण तरीके से वापस लौट गए। इससे पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली। यूपी गेट पर अवरोधक हटा लिए जाने से यातायात सुचारू हो गया।
बिधूड़ी की टिप्पणी : दानिश अली की चेतावनी के बीच विपक्षी दलों ने बनाई...
ED की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली सुपरटेक प्रमुख अरोड़ा की याचिका...
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए AAP ने कमर कसी, अनुराग ढांडा ने किया...
शाह और नड्डा से मिले कुमारस्वामी, NDA में शामिल हुई जद (एस)
भाजपा नेता बिधूड़ी बयान प्रकरण पर मायावती से ज्यादा अकाश आनंद ने...
बिधूड़ी टिप्पणी के बीच BJP नेता हर्षवर्धन की हंसी का वीडियो वायरल, दी...
Asian Games: भारतीय खिलाड़ियों से चीन का भेदभाव, भारत का मुंहतोड़ जवाब
बिधूड़ी प्रकरण को लेकर लालू यादव का PM मोदी पर कटाक्ष- यह ‘अमृतकाल'...
दानिश अली ने भाजपा सांसद बिधूड़ी के बयान को लेकर PM मोदी और RSS पर...
डूसू चुनाव: मतदान जारी, वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पहुंचे छात्र