नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के इच्छुक नहीं होने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने राकांपा का उसमें विलय करने और शरद पवार (Sharad Pawar) को उसका अध्यक्ष बनाने का शनिवार को सुझाव दिया। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख ने यह भी कहा कि इस तरह का फैसला कांग्रेस और (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख) पवार को संयुक्त रूप से लेना चाहिए।
काँग्रेस पार्टी की अध्यक्षता स्वीकारणे के लीये राहुल और सोनिय गांधीजी भी तयार नही है। मेरी सूचना है के राष्ट्रवादी काँग्रेस को काँग्रेस मे विलीन कर शरद पवारजी को काँग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष करना चाहीये।इस बारेमे निर्णय काँग्रेस औ @PawarSpeaks ने करना चाहीये @RahulGandhi — Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) September 5, 2020
काँग्रेस पार्टी की अध्यक्षता स्वीकारणे के लीये राहुल और सोनिय गांधीजी भी तयार नही है। मेरी सूचना है के राष्ट्रवादी काँग्रेस को काँग्रेस मे विलीन कर शरद पवारजी को काँग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष करना चाहीये।इस बारेमे निर्णय काँग्रेस औ @PawarSpeaks ने करना चाहीये @RahulGandhi
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रामदास आठवले ने दिया सुझाव आठवले ने ट्वीट किया, 'अभी, कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए राहुल और सोनिया गांधी इच्छुक नहीं है। मेरा सुझाव है कि राकांपा का कांग्रेस मे विलय कर शरद पवार को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देना चाहिए। इस बारे में पवार और कांग्रेस को संयुक्त रूप से फैसला करना चाहिए।' कांग्रेस में पूर्णकालिक नेतृत्व की मांग की पृष्ठभूमि में दोनों दलों के आपस में विलय के लिए आठवले का यह सुझाव आया है।
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उठी सक्रिय नेतृत्व की मांग दरअसल, कांग्रेस (Congress) के कई नेता पूर्णकालिक और सक्रिय नेतृत्व की मांग कर रहे हैं। पिछले महीने कांग्रेस कार्यकारी समिति (CWC) की बैठक में पार्टी नेताओं ने सोनिया गांधी से उस वक्त तक अंतिरम अध्यक्ष बने रहने का अनुरोध किया था, जब तक कि अखिल भारतीय कांगेस कमेटी का सत्र नहीं होता है।
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पवार ने इसलिए छोड़ी थी पार्टी सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया को पार्टी के समक्ष मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए संगठन में बदलाव करने के लिए अधिकृत किया गया था। गौरतलब है कि सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर पवार ने 1999 में कांग्रेस छोड़ दी थी और राकांपा का गठन किया था।
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